केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने खुद के इस्तीफे से खाली इमामगंज विधानसभा सीट से अपनी बहू और मंत्री बेटे संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी को टिकट देने के फैसले किया। उसके बाद अब आज दीपा मांझी ने अपना नामांकन दर्ज कर दिया है। इसके साथ ही इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने वाली एनडीए कैंडिडेट दीपा मांझी ने अपने चुनावी एजेंडों की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर विकास की एक नई दिशा तय करना वाहती है। उन्होंने बताया कि मंगलवार से ही वह क्षेत्र का दौरा शुरू करेंगी। जहां जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को जानेंगी। उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाएंगी। दीपा मांझी ने अपने ससुर जीतनराम मांझी के अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी ने इमामगंज क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थीं, जिन्हें में आगे बढ़ाऊगी और सुनिश्चित करूंगी कि हर नागरिक को उनका हक मिले। शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सामाजिक कार्यों का अनुभव बनेगा ताकत दीपा मांझी ने अपने सामाजिक कार्यकर्ता के अनुभव को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया।
इधर, बेलागंज विधानसभा सीट से विश्वनाथ यादव ने उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दर्ज कर दिया है। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में बेलागंज प्रखंड और गया सदर प्रखंड का बड़ा हिस्सा आता है। अनुमानों के अनुसार यहाँ 15-16 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है और करीब इतनी ही आबादी यादव जाति की है। 10-11 प्रतिशत मुसहर जाति और करीब 6 प्रतिशत पासवान जाति के लोग हैं। इससे पहले राजद नेता सुरेंद्र यादव 1990 से लगातार बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं। उसके बाद अब यह सीट उनके ही बेटे विश्वनाथ यादव मैदान में हैं।