दिल्ली में यमुना नदी का प्रदूषण चर्चा में रहता है. कई सरकारें आईं और गईं, यमुना की तस्वीर नहीं बदली. प्रदूषण की बर्फनुमा सफेद चादर हर साल छठ पर्व के आसपास सुर्खियों में रहती है. इसी मामले को लेकर गुरुवार को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया. अब उनको एलर्जी और अन्य समस्याएं हो गई हैं.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार पर 8500 करोड़ रुपये के यमुना सफाई घोटाले का आरोप लगाते हुए यमुना में डुबकी लगाई थी. इस दौरान उन्होंने दिल्ली सरकार की गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना की थी. दोपहर बाद से सचदेवा की स्किन पर रैशिस, खुजली और सांस लेने में तकलीफ हुई. ये समस्या होने पर वो राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने जांच करने के बाद उन्हें तीन दिन की दवा खा दी है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने एक पोस्ट में कहा, मां यमुना जीवनदायिनी हैं. देश की सबसे पवित्र नदियों में से एक हैं लेकिन आज दिल्ली का कोई भी व्यक्ति यमुना के घाट पर पूजा नहीं कर सकता. छठ पर्व आ रहा है, हमारी मां-बहनें पूजा कहां करेंगी ? आज मैंने मां यमुना जी के घाट पर डुबकी लगाकर एक दिल्लीवासी के तौर पर मां यमुना से क्षमा मांगी.
दिल्ली में यमुना का कोई घाट स्वच्छ नहीं
इसी पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा, दिल्ली में यमुना का ऐसा कोई घाट नहीं है जो स्वच्छ हो. अरविंद केजरीवाल और आतिशी मार्लेना सरकार ने यमुना सफाई फंड के 8500 करोड़ रुपये लूटकर खा लिए पर मां यमुना की सफाई नहीं की. अरविंद केजरीवाल और आतिशी मार्लेना के पास यमुना जी तक आने का वक्त नहीं है.
AAP के प्रदूषण को साफ करना है
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, हम तो रेड कार्पेट बिछाकर इंतजार कर रहे थे लेकिन नहीं आए. आज इनमें दिल्ली वालों से आंख मिलाने की ताकत नहीं है क्योंकि इन्होंने दिल्लीवालों को सिर्फ धोखा दिया है और दिल्ली को लूटा है. केजरीवाल, दिल्ली का जन-जन आप को चुनकर पछतावा कर रहा है. सभी ने तय कर लिया है कि सबसे पहले AAP के प्रदूषण को साफ करना है.