दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) केरल के शहर कोडुमोन के पास NewsClick की पूर्व कर्मचारी अनुषा पॉल के आवास पर छापेमारी की। दिल्ली पुलिस ने जांच के तहत पॉल का लैपटॉप और फोन जब्त कर लिया है। दिल्ली पुलिस की तीन सदस्यीय टीम ने उनका बयान दर्ज किया है। पॉल ने संवाददाताओं से कहा कि उनसे न्यूजक्लिक और सीपीआई (M) के साथ उनके जुड़ाव के बारे में पूछताछ की गई। बता दें कि पॉल परिवार के एक करीबी सदस्य के इलाज के लिए केरल में रह रहे थे।
केरल पुलिस छापेमारी टीम का हिस्सा नहीं
पॉल ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उनसे किसानों के विरोध प्रदर्शन, NRC-CAA विरोध प्रदर्शन या केंद्र के कोविड-19 प्रबंधन के बारे में रिपोर्ट करने को लेकर सवाल किए।
पॉल ने कहा, ‘यह संगठन और उसके कर्मचारियों को धमकाने की साजिश है जो नरेंद्र मोदी सरकार और आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाते है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस ने उनसे पूछा कि क्या वह सीपीआई (M) के दिल्ली राज्य सचिव के एम तिवारी को जानती हैं? जिसके जवाब में पॉल ने कहा ‘निःसंदेह, मैं उन्हें जानता हूं।
मैंने उन्हें यह बताया। वह सीपीआई (M) के राज्य सचिव हैं। मैं एक सीपीआई(M) कार्यकर्ता हूं। मैं डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) की दिल्ली इकाई की राज्य समिति की सदस्य और इसकी राज्य कोषाध्यक्ष हूं।’ पॉल ने कहा कि केरल पुलिस छापेमारी टीम का हिस्सा नहीं थी।’
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने NewsClick के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को मंगलवार (3 अक्टूबर) शाम को गिरफ्तार किया। कुल 46 पत्रकारों और ऑनलाइन समाचार पोर्टल के योगदानकर्ताओं से पूछताछ की गई और उनके मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त कर लिए गए है।
NewsClick पर भारत की सुरक्षा और अखंडता को खतरे में डालने की साजिश और चीन से अवैध फंडिंग लेने का आरोप लगा है। दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत न्यूजक्लिक पर FIR दर्ज किया है।