बिहार के लोक पर्व विशुआ (सतुआन) को लेकर बाजारों में सत्तू की मांग में जबरदस्त इजाफा देखा जा रहा है। यह पर्व इस वर्ष सोमवार, 14 अप्रैल को मनाया जाएगा। विशुआ पर्व अंग क्षेत्र का पारंपरिक पर्व है, जिसमें खासतौर पर सत्तू का सेवन और दान किया जाता है।
परंपरागत चना और जौ के सत्तू के साथ अब बाजार में मल्टी ग्रेन सत्तू की भी अच्छी-खासी बिक्री हो रही है। इस मिश्रित सत्तू में गेहूं, सफेद मटर, मूंगफली, हरा चना, जीरा, इलायची, काजू और मक्का जैसे कई पोषक तत्व मिलाए जाते हैं।
सत्तू विक्रेता चंदन कुमार के अनुसार, “आम दिनों की तुलना में गर्मियों और पर्व के समय सत्तू की बिक्री दोगुनी हो जाती है।” वहीं सिकंदरपुर पानी टंकी स्थित आटा मिल के संचालक संजीव कुमार चौरसिया ने बताया कि पहले लोग घर से अनाज देकर सत्तू तैयार करवाते थे, लेकिन अब रेडीमेड सत्तू की मांग ज्यादा हो गई है।
विशुआ पर्व के चलते बाजारों में रौनक है और दुकानदारों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सत्तू की मांग और बढ़ेगी।