भागलपुर जिले में डेंगू ने छह शतक का आंकड़ा पार कर लिया है तो इनमें से चार को मौत की नींद सुला रखा है। जिले के कुल डेंगू मरीजों में से करीब 70 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। वहीं जिन मरीजों की मौत हुई है, वे सब शहर के ही रहने वाले थे। आज की तारीख में 15 मोहल्लों में डेंगू का खौफ ज्यादा है तो इनमें से चार ऐसे मोहल्ले हैं, जहां डेंगू ही डेंगू है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो 10 अगस्त से लेकर अबतक (25 सितंबर तक) जिले में डेंगू के 671 मामले मिल चुके हैं। इनमें से तिलकामांझी, झौआ कोठी, सिकंदरपुर व भीखनपुर निवासी तीन युवक व एक महिला की मौत हो चुकी है। अगर हम एनएस1 एंटिजन किट में डेंगू पॉजिटिव मृतकों की संख्या को जोड़ दें तो मौत का आंकड़ा 11 पर पहुंच जाएगा। अकेले मायागंज अस्पताल में अबतक 1005 लोग एनएस1 एंटिजन किट जांच में डेंगू पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें से 93 लोग दूसरे जिले के हैं, बाकी भागलपुर के हैं।
आंकड़ों के अनुसार, 25 सितंबर तक शहर में डेंगू के 304 मरीज सक्रिय हैं। मायागंज मोहल्ले में 65, तिलकामांझी में 60, इशाकचक में 45, झौआ कोठी में 30 डेंगू के सक्रिय मरीज हैं। भीखनपुर में 23, कंपनीबाग में 19, हबीबपुर में 17, पुलिस लाइन में 10, आदमपुर व टलीगंज में आठ-आठ, मोजाहिदपुर व हुसैनाबाद में सात-सात, मुस्तफापुर बरारी में पांच, चंपानगर में तीन व टमटम चौक में दो डेंगू के सक्रिय मरीज हैं।
सीएस डॉ. अंजना कुमारी ने बताया कि प्रभावित 15 मोहल्लों में छह रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। ये टीम संबंधित मोहल्ले के घर-घर जाकर डेंगू के संदिग्ध मरीज की तलाश कर उनकी जांच करा रही है।
डेंगू से हुई मौत के आंकड़े
● 08 सितंबर तिलकामांझी बस स्टैंड निवासी 45 वर्षीय राजू सोनकर की मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
● 19 सितंबर शहर के झौआ कोठी निवासी 40 वर्षीय सोनू कुमार की मायागंज अस्पताल में मौत
● 19 सितंबर सिकंदरपुर निवासी 30 वर्षीय मनीष कुमार की मायागंज अस्पताल में मौत
● 23 सितंबर भीखनपुर की रहने वाली 45 रूपा देवी की मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत