बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अब अपने सरकारी आवास 5 देशरत्न मार्ग से वास्तुदोष मिटाने के लिए एक्शन में आ गए हैं और बंगले के पीछे सर्कुलर रोड तरफ के गेट को बंद कराने के निर्देश दिए हैं।
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अब अपने नये आवास मे उस रास्ते का इस्तेमाल नहीं करेंगे, जिस रास्ते से तेजश्नवी यादव आते जाते थे। वास्तु शास्त्र के हिसाब से जानकारों ने उन्हें सलाह दी थी कि इस रास्ते को बंद कर दिया जाए। लिहाजा सोमवार को इस रास्ते को दीवार बनाकर बंद कर दिया गया।
सम्राट चौधरी ने किया विजयादशमी के दिन गृह प्रवेश
सम्राट चौधरी ने इसलिए विजयादशमी के दिन शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश किया, लेकिन इसके दो दिन के बाद ही उन्होंने बड़ा फैसला लिया है। पूरब की तरफ के गेट की बाउंड्री कराई जा रही है। इसके अलावा वास्तु के लिहाज से बंगले में अंदर और भी कई बदलाव कराएं जा रहे हैं।
आपको बता दें, सुशील मोदी, तारकिशोर प्रसाद, तेजस्वी यादव अब तक इस बंगले में रहे हैं, लेकिन कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। तेजस्वी तो दो-दो बार रहे, लेकिन एक भी बार उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ। ऐसे में इस बार फिर से यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या इस बार सम्राट चौधरी इस मिथक को खत्म करेंगे।
5 देशरत्न मार्ग वाला बंगला डिप्टी सीएम के लिए एलॉट है। बीते 10 साल में यहां 4 डिप्टी सीएम रहे हैं। 2 बार तेजस्वी यादव, 1-1 बार सुशील कुमार मोदी और तारकिशोर प्रसाद, इनमें से किसी ने भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इस बंगले से जुड़ी यह धारणा स्थापित हो गई है कि यहां जो भी रहता है, वह अपना टर्म पूरा नहीं कर पाता है और अब सम्राट चौधरी 5वें डिप्टी सीएम हैं, जो यहां रहने आए हैं।
सर्कुलर रोड की तरफ खुलने वाला दरवाजा बंद
वास्तु दोष को खत्म करने के लिए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने महत्वपूर्ण फैसला लिया और फैसले के तहत सर्कुलर रोड की तरफ खुलने वाला दरवाजा को बंद कराया जा रहा है। दक्षिण दिशा में जो दरवाजा था उसे औपचारिक रूप से अस्थाई तौर पर बंद किया जा रहा है। बंगले के दरवाजे को बंद किए जाने के बाद बिहार में सियासत शुरू हो गई है।
क्या है कारण?
पांच देशरत्न मार्ग सरकारी आवास में दो दरवाजे थे। एक दरवाजा देश रत्न मार्ग में खुलता था तो दूसरा दरवाजा जो पीछे की ओर था सर्कुलर रोड की ओर खुलता था। सर्कुलर रोड का दरवाजा दक्षिण दिशा में था और दक्षिण दिशा में दरवाजा खुलने के चलते वास्तु दोष था। वास्तु के जानकारों का कहना था कि आवास के दक्षिण में दरवाजा नहीं खुलना चाहिए। ऐसा होने से नेता के राजनीतिक भविष्य पर असर पड़ता है।