मां से मांगी मुराद पूरी होने पर सुलतानगंज के असियाचक, नारदपुर दुर्गा मंदिर में दो भक्त सीने पर कलश स्थापित कर मां दुर्गा की आराधना में लीन हो गये हैं. इनमें एक महिला व एक पुरुष भक्त हैं. बताया गया कि असियाचक निवासी सुशांत कुमार उर्फ पीयूष की सरकारी नौकरी नहीं लग रही थी, मां से मन्नत मांगी. सेना में उनकी नौकरी लग गयी. सुशांत दूसरी बार सीने पर कलश स्थापित कर मां की आराधना कर रहे हैं. इसी तरह करहरिया पंचायत के शरीफा गांव निवासी संतोष मंडल की पत्नी रूबी देवी तीसरी बार सीने पर कलश स्थापित कर आराधना में जुटी है. रूबी का मायका आसियाचक है. परिजन ने बताया कि पुत्र नहीं हो रहा था. मां से मन्नत मांगी तो पुत्र की प्राप्ति हुई. रूबी ने तीसरी बार सीने पर कलश स्थापित की है. हालांकि, दोनों भक्तों की मदद के लिए हमेशा कोई न कोई उनके साथ रह रहा है. वहीं मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सह असियाचक पंचायत के मुखिया सदानंद कुमार, उपाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने बताया कि मां की प्रतिमा का वर्ष 2030 तक का बुकिंग भक्तों द्वारा कर लिया गया है. मन्नतें पूरी होने पर मां की प्रतिमा का सारा खर्च भक्त उठाते हैं. इस तरह वर्ष 2030 तक का बुकिंग हो चुका है.
विगत दस साल से भक्त रख रहे हैं मंदिर में सीने पर कलश
मंदिर के अध्यक्ष सदानंद कुमार ने बताया कि विगत दस वर्षों से मन्नत पूरी होने पर भक्त यहां सीने पर कलश रख कर कठिन साधना करते हैं. 33 वर्षों से नारदपुर मां दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना की जा रही है. असियाचक व भीरखूर्द पंचायत के भक्त की पूरी भीड़ यहां जुटती है. वहीं मंदिर के पुजारी सुबोध मिश्रा सहित रंजीत कुमार, संजय ठाकुर, रामविलास यादव, अजय कुमार सिंह, सियाराम यादव, प्रभु चौहान आदि ने बताया कि मां यहां किसी को निराश नहीं करती है. महाष्टमी और महानवमी को विशेष आयोजन और भक्तों की भीड़ दुर्गा मंदिर में उमड़ती है.
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