मुख्य सचिव, डीजीपी से लेकर तमाम अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक कर दी है. अधिकारियों की संपत्ति को वेबसाइट पर भी जारी कर दिया गया है.
अधिकारियों के पास बिहार से बाहर फ्लैट और जमीन : बिहार के प्रमुख आला अधिकारियों ने जो संपत्ति का आंकड़ा जारी किया है, उसमें बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा के खाते में 37 लाख की राशि जमा है. जयपुर और दिल्ली में एक अपार्टमेंट है. वहीं दिल्ली के केनरा बैंक से 11 लाख का कर्ज भी ले रखा है. 60000 नकद है. वहीं मुख्य सचिव की पत्नी बर्फी मीणा के पास 45000 न5द और खाते में 12.93 लाख की राशि जमा है. 40 लख रुपए के बांड और शेयर हैं. जयपुर में करीब 18 लाख की जमीन है.
बिहार के डीजीपी विनय कुमार के खाते में 18 लाख की राशि जमा है, लेकिन नकद राशि शून्य बताया है. पैतृक संपत्ति के रूप में 26 लाख की ज्वेलरी है. बिहटा में कृषि योग्य 3024 स्क्वायर फीट जमीन है. वहीं गैर कृषि भूमि में अनिसाबाद में 2000 वर्ग फुट जमीन है, जो 2003 में खरीदी थी. नोएडा में फ्लैट है और उसके लिए 42 लाख का लोन लिया था. वही निजी वाहन के रूप में i10 कार है.
बिहार के विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत के पास 14 लाख की राशि खाते में जमा है. वहीं नकदी के रूप में 15000 की राशि है. जबकि उनकी पत्नी जो प्रोफेसर हैं, उनके पास 20500 नकदी है और उनके नाम से एक करोड रुपए से अधिक जमा है. प्रत्यय अमृत ने पीएनबी से 79.76 लाख शिक्षा लोन भी लिया है. इसमें से 58 लाख रुपया अभी भी बकाया है. प्रत्यय अमृत के पास मारुति एस्टीम गाड़ी है.
दीपक कुमार सिंह : वहीं ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के बैंक खाते में 41 लाख जमा है. सवा दो करोड़ का म्युचुअल फंड है और 17 लाख का बांड जमा है. 83 लाख की राशि जीएफ में जमा है तो वहीं 12000 केवल नकदी है. वहीं पटना में आरा गार्डन में 1.01 करोड़ का फ्लैट है. दीपक कुमार सिंह के पास कोई वाहन नहीं है.
गहने के शौकीन अधिकारी : कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी गहने के भी शौकीन हैं. बिहार के एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन के पास ढाई सौ ग्राम सोने के अतिरिक्त रूबी, पुखराज और डायमंड हैं. वहीं बैंक खाते में 28 लाख की राशि जमा है. 1.47 करोड़ की कृषि योग्य भूमि भी है.
सुरक्षा के लिए हथियार भी रखते हैं अधिकारी :ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल के पास 135 ग्राम सोना और एक हीरे की अंगूठी है. वहीं बैंक में 38 लाख रुपए जमा हैं. एक पिस्टल भी इनके पास है. एससी एसटी और पंचायती राज विभाग के सचिव देवेश सेहरा के पास 50 ग्राम सोने की ज्वेलरी है. वहीं योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव के सेंथिल कुमार के पास एक करोड़ 35 लाख की राशि जमा है. एक सिंगल बैरल रिवाल्वर भी है. नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह के पास 125 ग्राम सोने की ज्वेलरी है. ढाई लाख रुपये मूल्य की डायमंड की अंगूठी है.
मंत्री-अधिकारी करते हैं संपत्ति का ब्यौरा जारी :बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 में सत्ता संभालने के बाद पारदर्शिता के लिए यह व्यवस्था कर रखी है कि सभी मंत्री-अधिकारी हर साल अपनी संपत्ति का ब्यौरा जारी करेंगे. मुख्यमंत्री और तमाम मंत्री वर्ष के अंतिम दिन ही अपनी संपत्ति सार्वजनिक कर देते हैं और अधिकारी मार्च के अंतिम दिन. उसी के तहत अधिकारियों ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक की है.