बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सनातन विरोधियों का दीपक बुझने वाला है। इसलिए वे बार-बार सनातन पर हमले कर रहे हैं। सनातन धर्मावलंबियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। बालाजी पर विश्वास रखें सनातन का विरोध करने वालों के दिन पूरे हो गए हैं। भारत एक हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा। धीरेंद्र कृष्ण सोमवार को काशी में थे।
अपने चार घंटे के काशी प्रवास के दौरान होटल ताज में बातचीत में उन्होंने कहा कि काशी, बाबा विश्वनाथ, कालभैरव और मां अन्नपूर्णा की नगरी है। यहां गली-गली में पौराणिक धर्म स्थल हैं, जिनका देश दुनिया के सनातनियों में महात्म्य है।
इसके विपरीत यहां सड़कों पर खुलेआम मांस-मछली की बिक्री हो रही है। इस पर रोक लगनी चाहिए। इसके लिए वह सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि वह पहल करें। उन्होंने काशी के उपेक्षित मंदिरों और प्राचीन विद्यालयों के संरक्षण की भी बात कही। बोले उनमें धर्म और संस्कृति की शिक्षा को संरक्षण दिया जाए।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बनारस आने के साथ एयरपोर्ट से सीधे काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। गर्भगृह में बाबा का षोशोपचार पूजन किया। काशी विश्वनाथ धाम में घूमे और भव्यता से अभिभूत नजर आए। गंगा द्वार से मणिकर्णिका तीर्थ को नमन किया। ललिता घाट की सीढ़ियों पर बैठे और गंगा पूजन किया।
मंदिर की ओर से मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने उन्हें अंग वस्त्रम, स्मृति चिह्न व रुद्राक्ष की माला भेंट की। होटल ताज में थोड़ी देर विश्राम के बाद धीरेंद्र कृष्ण एयरपोर्ट से गया के लिए प्रस्थान कर गए।