बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गई हैं. दल से जुड़े नेता जातीय गोलबंदी दिखाकर अपना महत्व साबित करने में जुटे हैं. कई दलों से घूमकर भाजपा का दामन थामने वाले व राज्यसभा सांसद भीम सिंह ने भी चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है. अति पिछड़ी जातियों की राजनीतिक गोलबंदी दिखाने को लेकर पटना में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया. लेकिन राज्यसभा सांसद एक मोर्चा पर चूक गए. दरअसल, आयोजक ने जितनी कुर्सियां मंगाई उसमें 40-50 फीसदी खाली ही रह गईं. आगे की कतार को छोड़ दें, तो बीच और पीछे की अधिकांश कुर्सियां खाली रहीं. वो तस्वीर सामने आ गई है. राज्यसभा सांसद भीम सिंह द्वारा बुलाई गई अति पिछड़ों की राजनीतिक गोलबंदी कार्यक्रम की तस्वीर सामने आने के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि सांसद अपने मिशन में फेल हुए या पास ?
रास सांसद भीम सिंह के कार्यक्रम की निकली हवा
बिहार भाजपा कार्यालय के बगल में मिलर स्कूल का मैदान है. इसी मैदान में भाजपा के राज्यसभा सांसद भीम सिंह ने आज रविवार को अति पिछड़ा समाज के लोगों का जुटान करने का दावा किया था. बड़े पंडाल में हजारों कुर्सियां लगाई गईं, बड़ा मंच बनाया गया. सब कुछ ठीक-ठाक व्यवस्था किया. लेकिन जिन्हें जुटाकर ताकत दिखाने की मंशा थी, वे लोग आये ही नहीं, या फिर मुट्ठी भर की उपस्थिति रही.
खाली कुर्सियों के बीच नेताओं का हुआ भाषण
अति पिछड़ी जातियों की राजनैतिक गोलबंदी को लेकर राजधानी में आयोजित अत्यंत पिछड़ा वर्ग हुंकार सम्मेलन में बिहार भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे.केंद्रीय मंत्री व भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर अन्य बड़े नेता मौजूद रहे. लेकिन जिन लोगों को आना था, जिन्हें दिखाना था, जिनके बूते आगे की राजनीति करनी थी, वे गायब रहे. तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं. आगे की कतारों को छोड़ दें तो तस्वीरो में पीछे की अधिकांश कुर्सियां खाली दिख रही हैं. जबकि मंच पर भाजपा के तमाम दिग्गज नेता मौजूद हैं. यह तस्वीर उसी वक्त की है, जब मंच भरा था, पर सामने की कुर्सियां खाली थीं. इस तरह से भाजपा के तमाम बड़े नेता खाली कुर्सियों को अपना भाषण सुनाते रहे.
भाजपा के अति पिछड़ी जाति के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राज्यसभा सांसद भीम सिंह अति पिछड़ी जातियों को पटना में जुटान कराकर नेतृत्व को मैसेज देना चाहते थे, अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में लगे थे. इसके लिए अत्यंत पिछड़ा वर्ग हुंकार सम्मेलन का आयोजन किया. कार्यक्रम को लेकर मिलर स्कूल ग्राउंड में व्यवस्था तो की गई, पर अति पिछड़ी जातियों को पटना लाने का बेहतर व्यवस्था नहीं किया. लिहाजा इस वर्ग के लोग भाजपा सांसद भीम सिंह के कार्यक्रम में आने से मना कर दिए.