पांचवें चरण की वोटिंग के बाद सोमवार को छपरा में हुई चुनावी हिंसा को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य पर बूथ कैप्चर करने के आरोप लगने के बाद इसको लेकर शुरू हुआ विवाद खून खराबे तक जा पहुंचा है और तीन लोगों को गोली मार दी गई है। अब इस मामले में रोहिणी आचार्य की सफाई भी आई है। रोहिणी ने इसके लिए सीधे तौर पर बीजेपी को जिम्मेवार ठहराया है।
खुद पर आरोप लगने से भड़कीं रोहिणी आचार्य ने बीजेपी पर अपना गुस्सा उतारा है। रोहिणी ने कहा कि भापपा वाले पूरी तरह से डरे हुए हैं। हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। हमें न्याय चाहिए, हमारे तीन कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है। जिनमें से दो की मौत हो गई है जबकि एक की हालत गंभीर है। ये सभी भाजपा वाले गुंडे हैं। उनको सबक मिलना चाहिए। उनके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। प्रशासन से हमारी मांग है कि इन गुंडों को पकड़ कर उन्हें जेल में डाले।
अपनी सफाई देते हुए रोहिणी ने कहा कि एक कैंडिडेट होने के नाते हर बूथ पर जाकर वहां निरीक्षण करना मेरा अधिकार है और उसी अधिकार से हम बूथ पर गए थे। वहां हम कोई बूथ लुटने गए थे कि यह देखने गए थे कि कितना पोलिंग हुआ है और वहां कैसे वोट हो रहा है। भाजपा के गुंडे बूथ के अंदर बैठे हुए थे और जब पूछा कि वोट डाल लिए हैं तो क्यों बैठे हैं। तो उसी पर ये लोग भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे। इसके बाद मेरे ऊपर जानलेवा हमला कर दिया और अब मेरे कार्यकर्ता को मार दिया गया।
रोहिणी ने कहा कि भाजपा वाले गुडों को यह अधिकार किसने दिया है कि वे किसी बेटी को भद्दी-भद्दी गालियां दें। भाजपा वाले हताशा में हैं और उसी हताशा में गुंडादर्दी पर उतर चुके हैं।