दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते चले जा रहे हैं। सर्दी के आने से पहले हवा में फैले प्रदूषण ने लोगों की समस्या को बढ़ा दिया है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने बुधवार से प्रदेश में डीजल बसों की एंट्री को बंद कर दिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने खुद सामने आकर इस मामले में जानकारी दी है।
इन गाड़ियों को प्रवेश
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि CAQM (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) के निर्देशानुसार बुधवार से दिल्ली में डीजल बसों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। इस मामले में 18 टीमों का गठन किया गया है। गोपाल राय ने राज्य सरकारों से अनुरोध करते हुए कहा कि सरकारें अपने डिपो से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक या बीएस-VI बसें ही चलाएं ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो।
अगले 15-20 दिन अहम
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ये भी बताया है कि केंद्रशासित प्रदेश में वायु प्रदूषण के हिसाब से आने वाले 15-20 दिन काफी क्रिटिकल होने वाले हैं। बता दें कि दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ दिनों से राजधानी में गंभीर प्रदूषण के हालात को देखते हुए ग्रैप-2 (GRAP-2) लागू करने का फैसला लिया है। यह फैसला आज बुधवार सुबह से लागू हो गया है। इसका मकसद दिल्ली में प्रदूषण पर काबू पाना है।
इतना पहुंचा AQI
दिल्ली में इस बार का अक्टूबर महीना पिछले तीन सालों में सबसे प्रदूषित रहा। सामान्य बारिश न होने की वजह से भी लोगों को ज्यादा एयर पॉल्यूशन का सामना करना पड़ रहा है।SAFAR की ओर से दिल्ली में आज बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 336 दर्ज किया गया है। यानी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में है। इससे पहले सोमवार को दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया था।