बिहार के कई जिलों से फिलिस्तीन झंडे लहराने के मामले सामने आए हैं. ऐसे मामलों में स्थानीय प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. वहीं भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि फिलिस्तीन से हमारे देश के सम्बन्ध हैं. भारत में भी फिलिस्तीन उच्चायुक्त का कार्यालय है. इसके बावजूद अगर कोई भारत में फिलिस्तीन का झंडा लेकर सड़क पर उतरता है तो उसे अपराध माना जा रहा है, तो यह ठीक नहीं है।
फिलिस्तीनी झंडा लहराने पर क्या बोले दीपांकर भट्टाचार्य : भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अभी भी फिलिस्तीन आजाद नहीं है, वो गुलाम है. अभी तक लाखों फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं. उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है. अगर फिलिस्तीन के सपोर्ट में कहीं से भी कोई आवाज उठ रही है तो इसमें गलत कहां है? एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर भारत का झंडा किसी अन्य देश में लेकर कोई सड़क पर आता है तो क्या इसे अपराध माना जायेगा?
“केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार अगर कोई फिलिस्तीन के झंडे फहराने वाले को अपराध मान मामला दर्ज कर रहे हैं या उसे जेल भिजवा रहे हैं, तो यह गलत है. धर्म के नाम पर देश में भेदभाव हो रहा है. यह संविधान का उल्लंघन है. आप देखिए उत्तर प्रदेश में क्या किया जा रहा है, सावन में जो लोग दुकान लगाएंगे वो किस धर्म से हैं, क्या बेच रहे हैं, इसकी जानकारी देनी है, ये कहीं से उचित नहीं है.”- दीपांकर भट्टाचार्य, महासचिव, भाकपा माले
‘कार्रवाई करना गलत’- दीपांकर: दीपांकर भट्टाचार्य ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यूपी सरकार का यह फरमान सीधे सीधे संविधान का उल्लंघन है और धर्म के नाम पर ये लोग भेदभाव कर रहे हैं. वैसे ही फिलिस्तीन के झंडे लेकर सड़क पर उतरने वाले पर भी कार्रवाई हो रही है जो कि ठीक नहीं है।
‘मुहर्रम को लेकर सरकार की आपत्ति नहीं’: वहीं मुहर्रम के जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का झंडा लहराने पर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पर्व में झंडा लहराने की बात नहीं हो रही है. सरकार अगर ये कहती कि मुहर्रम के दिन नहीं आप अन्य दिन में प्रदर्शन करने आइये तो भी लोग आते. यह विरोध मुहर्रम के साथ जुड़ा हुआ नहीं है. सरकार की आपत्ति मुहर्रम के साथ जुड़ी हुई नहीं है. मुहर्रम को लेकर आप नियम बना सकते हैं. लेकिन फिलिस्तीन का झंडा लहराने पर कार्रवाई करना और लोगों को प्रताड़ित करना बहुत गलत है।
बिहार में कहां-कहां लहराया गया फिलिस्तीनी झंडा: दरभंगा में 12 जुलाई को मुहर्रम के पहले दिन जुलूस निकाला गया जिसमें किला घाट स्थित जिला मुहर्रम कमेटी कार्यालय के सामने कुछ युवकों ने फिलिस्तीन का झंडा लहराया. वहीं 15 जुलाई को नवादा में भी फिलिस्तीन का झंडा लहराया गया था. 17 जुलाई को मोतिहारी में और 18 जुलाई को बेतिया के नरकटियागंज में मुहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीन का झंडा लहराया गया. इन सभी मामलों में प्रशासन ने एक्शन लिया है।