पटना। नीट यूजी पेपर लीक केस में सीबीआई ने विशेष न्यायालय में तीसरी चार्जशीट दायर की है। इसमें कई खुलासे किए गए हैं। पता चला है कि परीक्षा से पहले वाली रात 144 अभ्यर्थियों ने पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल में प्रश्न पत्र रटे थे। इसी प्ले स्कूल को चिंटू समेत अन्य सेटरों ने सरगना संजीव मुखिया की निशानदेही पर रटने वाला केंद्र बनाया था।
पांच हजार 500 पन्नों की इस चार्जशीट से यह भी पता चला है कि यहां हल किया हुआ प्रश्न पत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से लीक होकर रॉकी के माध्यम से आया था। इसी स्कूल से परीक्षा के दिन छापेमारी के दौरान आधा जला हुआ प्रश्न पत्र मिला था। इस पर लिखे कोड से पता चला कि यह हजारीबाग के स्कूल से पेपर लीक हुआ था। यहां किसी अभ्यर्थी को मोबाइल लाने की अनुमति नहीं थी। इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) की टीम ने गिरफ्तार सॉल्वर समेत 21 नामजद अभियुक्त बनाए हैं।
अब तक 21 मोबाइल फोन बरामद
सीबीआई की अब तक की जांच में यह बात सामने आई कि अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र रटवाने के बाद पूरी सेटिंग प्रक्रिया में शामिल 21 मोबाइल फोन विभिन्न स्थानों से जब्त किए गए हैं। इस चार्जशीट में जिन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया है, उनमें पटना एम्स और राजस्थान मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के विभिन्न वर्षों में पढ़ने वाले नौ छात्र भी शामिल हैं।
चार्जशीट में इन्हें बनाया गया आरोपित
तीसरी चार्जशीट में राजकुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, सुरेंद्र कुमार शर्मा उर्फ मोल, राकेश रंजन उर्फ रॉकी, शशिकांत पासवान उर्फ शशि उर्फ पासु, अविनाश कुमार उर्फ बंटी, करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी, दीपेंद्र शर्मा, कुमार मंगलम विश्नोई, रौनक राज, संदीप कुमार, अमित कुमार, संजय कुमार, रंजीत कुमार बरुआ उर्फ पिंटू, अमित प्रसाद महाराना उर्फ मुन्नू, धीरेन कुमार पांडा, सुशांता मोहंती और पंकज कुमार उर्फ आदित्य को अभियुक्त बनाया गया है।