मुंगेर में बाढ़ रिटर्न ने लोगों को दाने दाने को मोहताज कर दिया है। जिसको ले कहीं जाम तो कहीं आंदोलन के मूड में बाढ़ पीड़ित दिख रहे है। लेकिन इस बीच जो अच्छी खबर सामने आई है की बाढ़ पीड़ितों के बीच सूखा राशन वितरण को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा भी बड़ी तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
इसी कड़ी में मुंगेर संग्रहालय के सभागार में कर्मियों के द्वारा तीन शिफ्ट में काम कर फूड पैकेट तैयार किया जा रहा है । इस फूड पैकेट में ढाई किलो चुडा, आधा किलो चीनी, चना और गुड़ के साथ हेलोजन टैबलेट पैक किया जा रहा है। मुंगेर डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया की जिला के पांच प्रखंडों में बाढ़ की तबाही देखी जा रही है। जिसको ले जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को किसी प्रकार का दिक्कत न हो। इसके लिए जिला प्रशासन कृत संकल्पित है। अब तक 15 हजार पॉलिथिन बांटा जा चुका है। 12 हजार फूड पैकेट को स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस के निगरानी में वितरण करवाया जा चुका है। डॉक्टरों की टीम सभी जगह दौरा कर रही है। जहां आवश्यकता हो तरह वहां तुरंत राहत पहुंचवाने का काम किया जा रहा है।
हालाँकि बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी पशुधन को होती है। मवेशियों को इस बाढ़ में सही ढंग से हरा चारा नही मिल पाता है तो सूखा चारा भी मवेशियों को नसीब नही हो पा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सूखा राशन तो मुहैया करवा रही है तो वहीं अब पशुओं के लिए भी जिला प्रशासन की ओर से चारा का व्यवस्था कर दिया गया है। पशु पालन विभाग की ओर से बड़े जानवर के लिए पांच किलो और छोटा जानवर के लिए 3 किलो सूखा चारा की व्यवस्था कराई गई है।
इस मामले में पशुपालन पदाधिकारी ने बताया की विभाग के द्वारा प्रत्येक शिविर में जा जाकर पशुओं के लिए फिलहाल प्रत्येक दिन सूखा चारा मुहैया करवाया जा रहा है। अब तक 200 पशुओं को चारा मुहैया करवाया जा चुका है। जब तक बाढ़ की स्थिति बनी रहेगी। सभी पशुओं को चारा मुहैया करवाया जाता रहेगा। बाढ़ पीड़ित पशु पालकों ने बताया की उन्हें चारा मुहैया करवाया जा रहा है। जिला प्रशासन को सूखा चारा के साथ हरा चारा भी मुहैया करवाया जाना चाहिए।