बिहार में वित्त रहित शिक्षकों को दीपावली गिफ्ट, सैलरी को लेकर शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
बिहार के शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार वित्त रहित शिक्षक को दीपावली के पहले बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं. इसके लिए बिहार सरकार 45000 के करीब वित्त रहित कॉलेजों की राशि अगले सप्ताह भेजेगी. दीपावली के पहले टीचर्स के लिए धमाकेदार गिफ्ट, सैलरी को लेकर शिक्षा मंत्री ने बड़ा ऐलान किया है. इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय के लिए ग्रांट भी भेज दिया गया है.
2650 करोड़ 17 लाख रुपए भेजी गई: बिहार में 45000 के करीब वित्त रहित शिक्षक प्रदेश के 1450 अनुदानित माध्यमिक, इंटरमीडिएट और डिग्री कॉलेजों में कार्यरत है. कई कॉलेजों को 6 से 9 साल से अनुदान की राशि नहीं मिली है. लेकिन अब सरकार कई वित्त रहित कॉलेजों को अनुदान की राशि भेजने जा रही है. वहीं शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगिभूत महाविद्यालयों के लिए 2650 करोड़ 17 लाख रुपए की राशि भेजी है.
शिक्षा विभाग ने खोला पिटारा: शिक्षा मंत्री ने कहा है कि फरवरी 2025 तक के वेतन पेंशन की राशि भेजी गई है. शिक्षा विभाग की ओर से भेजी गई 2,650 करोड़ 17 लाख रुपये की राशि में कार्यरत शिक्षक-कर्मियों के वेतन मद में 994 करोड़ 21 लाख, अतिथि शिक्षकों के मानदेय मद में 140 करोड़ 68 लाख एवं सेवांत लाभ मद में 1515 करोड़ 28 लाख रुपये की राशि शामिल है.
“वित्त रहित कॉलेजों की राशि अगले सप्ताह भेज दी जाएगी. वैसे वित्त रहित कॉलेज जो तय अर्हता को पूरा करते हैं उन्हें राशि जाएगी वहीं शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के लिए ग्रांट भी भेज दिया गया है.”– सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री
विश्वविद्यालयों को भेजी गई राशि: शिक्षा मंत्री ने कहा है कि विश्वविद्यालयों को राशि भेज दी गई है. पटना विश्वविद्यालय के लिए 179 करोड़ 55 लाख रुपये, मगध विवि के लिए 389 करोड़ 80 लाख रुपये, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के लिए 376 करोड़ 66 लाख रुपये, जयप्रकाश विवि के लिए 152 करोड़ 18 लाख रुपये, वीर कुंवर सिंह विवि के लिए 208 करोड़ 35 लाख रुपये, बीएन मंडल विवि के लिए 174 करोड़ 11 लाख रुपये की राशि भेजी गई है.
भागलपुर विश्वविद्यालय को 189 करोड़ 86 लाख रुपये: उन्होंने बताया कि तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लिए 189 करोड़ 86 लाख रुपये, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को 389 करोड़ 81 लाख रुपये, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए 195 करोड़ 21 लाख रुपये, मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय को के लिए 7 करोड़ 37 लाख रुपये की राशि, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के लिए 257 करोड़ 26 लाख रुपये, पूर्णिया विश्वविद्यालय के लिए 68 करोड़ 99 लाख रुपये और मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए 61 करोड़ 03 लाख रुपये की राशि है.
अतिथि शिक्षकों पर जल्द होगा निर्णय: बिहार में अतिथि शिक्षकों का मामला भी लंबे समय से लंबित है. अतिथि शिक्षक लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इसपर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा की सरकार उनको लेकर विचार कर रही है सोमवार को बातचीत के लिए हमने बुलाया है बातचीत के बाद सरकार आगे उचित निर्णय लेगी.
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