रील बनाने की सनक सवार हो जाए तो फिर शख्स कहां और किस स्थिति में है ये नहीं देखता. लोग क्या सोचेंगे? वो ये नहीं सोचता, उसके लिए क्या जगह, क्या जमीन, आकाश हो, पाताल हो या अस्पताल सबकुछ समान है. कुछ लोग तो दर्द से तड़पते मरीजों के बीच भी रील तैयार कर लेते हैं. वो भी ऐसी वैसी नहीं, ‘यूपी और बिहार हिला’ रहे हैं।
मरीज के साथ डॉक्टर ने बनाई रील? : छपरा जिला के ट्विटर पेज पर ऐसी ही रील वायरल हो रही है जिसमें वीडियो से ये तो पता नहीं लग पा रहा है कि रील किस अस्पताल में बनाई जा रही है. लेकिन वीडियो का सीन देखकर लगता है कि पीछे लेटे बुजुर्ग सांसें गिन रहे हैं और उनके ठीक सामने यूपी और बिहार गाने की रील बनाई जा रही है. कई लोगों की रील बनाने की ये सनक उनकी जान पर भी भारी पड़ जाती है।
आईसीयू में रील बनाने की सनक : मोहतरमा लुक वाइज देखने में तो डॉक्टर दिख रही हैं क्योंकि गले में लटकता आला और बदन पर एप्रिन बता रहे हैं कि ये डॉक्टर या फिर कंपाउंडर हैं. लेकिन उनका ध्यान मरीज की ओर कम और रील की ओर ज्यादा है. ऐसे में अगर मरीज को कुछ हो जाए तो? इसका जवाब कौन देगा? ये वीडियो किस अस्पताल की है ये कह पाना मुश्किल है. लेकिन डॉक्टर साहिबा पर कमेंट की बाढ़ सी आ गई है।
यूजर्स ने लगाई सोशल मीडिया पर क्लास : सोशल मीडिया पर यूजर्स एक से बढ़कर एक कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर लिख रहा है कि ये पक्का डॉक्टर नहीं सफाईकर्मचारी होगी. एक यूजर ने लिखा बार बार ईसीजी मशीन की नॉब को घुमाया जा रहा है और गाने के बीच में मरीज का ध्यान भी रखा जा रहा है।
‘मरीज को निपटा के ही मानोगी बहनजी’ : एक सोशल मीडिया के यूजर ने लिखा कि ‘इधर चाचा अंतिम सांस ले रहे हैं और उधर यूपी और बिहार हिलाने की कोशिश कर रही हैं.’ इसी कमेंट में एक यूजर ने लिखा कि ‘इस वीडियो में दो मरीज दिख रहे हैं एक बेड पर लेटा है और दूसरा रील बना रहा है.’ एक यूजर ने गुस्से में लिखा कि ‘क्या बहन जी मरीज को निपटा के ही मानोगी.’