उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर पर आरोप है कि उसने घटिया क्वॉलिटी का पेसमेकर लगाकर मरीजों का जीवन खतरे में डाला है। पुलिस ने बुधवार को मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि डॉक्टर पर मरीजों से पेसमेकर की ज्यादा कीमत वसूलने का भी आरोप है। डॉक्टर पर इस बारे में दिसंबर 2022 में मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद राज्य सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था।
दिसंबर 2022 में दर्ज हुआ था मामला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया, ‘हमने उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज, सैफई में हृदयरोग विशेषज्ञ डॉक्टर समीर सर्राफ को गिरफ्तार किया है।’ उन्होंने बताया कि तत्कालीन मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर आदेश कुमार की शिकायत पर दिसंबर 2022 में सैफई पुलिस थाने में एक मामला दर्ज किया गया था। आरोप ये भी हैं कि डॉक्टर समीर ने सपरिवार नियम विरुद्ध कई अनधिकृत विदेश यात्राएं भी कीं, जिनकी स्पॉन्सर वह कंपनियां थीं जिनसे निम्न स्तर के सामान की सप्लाई ली गई थी।
आरोप सही पाए जाने पर हुई गिरफ्तारी
राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय जांच समिति द्वारा इस डॉक्टर के खिलाफ लगे आरोप सही पाये जाने के बाद यह गिरफ्तारी की गई। पुलिस के मुताबिक, ‘आरोपी डॉक्टर पर मरीजों को घटिया क्वॉलिटी का पेसमेकर लगाने और उनसे तय कीमत से अधिक कीमत वसूलने का आरोप है। आरोपी ने कई मरीजों को निम्न दर्जे के पेसमेकर लगाए और उनसे अधिक कीमत वसूली। हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं।’ ऐसे ही एक मामले में जांच समिति ने पाया कि डाक्टर समीर ने एक मरीज से 1.85 लाख रुपये लिए जोकि पेसमेकर की तय कीमत 96,844 रुपये के मुकाबले लगभग दोगुनी है।