भागलपुर रजिस्ट्री कार्यालय से जमीन के दस्तावेज चुराकर नाम बदलने और हेराफेरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। कटिहार से संचालित इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें एक भवन निर्माण ठेकेदार भी शामिल है। गिरोह के पास से चोरी हुए कई दस्तावेजों के वॉल्यूम भी बरामद किए गए हैं।
एसपी सिटी शुभांक मिश्रा ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि गिरोह ने मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस दौरान साइबर डीएसपी कनिष्क श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
कैसे हुआ खुलासा?
रजिस्ट्री कार्यालय से जमीन के दस्तावेज 24 सितंबर 2024 की रात चोरी हुए थे, जिस पर अगले दिन संयुक्त अवर निबंधक निखिल अनुराग के बयान पर केस दर्ज किया गया। पुलिस ने जांच के दौरान कटिहार जिले के हाजीटोला निवासी भास्कर खान उर्फ रजब खान, अख्तर अंसारी और रोहताज उर्फ एमपी खान को गिरफ्तार किया।
मास्टरमाइंड कौन?
पुलिस के अनुसार, गिरोह का मास्टरमाइंड कटिहार के दलन निवासी सुरेश सिंह और उसका भतीजा प्रद्युम्न मुखिया हैं। गिरफ्तार आरोपी भास्कर खान ने बताया कि तीन लाख रुपये में डील तय हुई थी, जिसके तहत दस्तावेज चुराने की जिम्मेदारी ली गई थी। इसके बाद गिरोह के अन्य सदस्यों जैसे अरमान, फरीद खान, अख्तर और रोहताज की मदद से वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी अभियान तेज कर दिया है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस अभियान में जोगसर थानाध्यक्ष केएन सिंह, डीआईयू प्रभारी रंजीत कुमार, और कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
तथ्य संक्षेप में:
- घटना: 24 सितंबर 2024 को रजिस्ट्री ऑफिस से दस्तावेज चोरी
- केस दर्ज: 25 सितंबर को संयुक्त अवर निबंधक के बयान पर
- गिरफ्तार: 3 आरोपी, अन्य की तलाश
- डील राशि: ₹3 लाख
- कनेक्शन: कटिहार, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ
- जांच जारी