पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने 70वीं बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित कराने की मांग को लेकर पटना के सचिवालय हाल्ट पर रेल चक्का जाम कराया. पप्पू यादव के समर्थकों ने सुबह से कई ट्रेनों के परिचालन को बाधित किया है. कुछ समय के लिए ट्रेन रोकी जा रही है और फिर आगे उसे जाने दिया जा रहा है.
PK के अनशन पर पप्पू का हमला: पप्पू यादव खुद सचिवालय हाल्ट पर मौजूद हैं. सचिवालय हाल्ट के प्लेटफार्म पर जमीन पर पप्पू यादव बैठ गए हैं और अपना विरोध जता रहे हैं. इसी बीच पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर के गांधी मैदान में किए जा रहे आमरण अनशन को झूठा करार देते हुए कहा है कि 6:00 बजे कोई अनशन शुरू नहीं होता है. भरपेट खाकर अनशन पर आकर बैठ गए हैं.
“गर्दनीबाग धरना स्थल पर भी अभ्यर्थियों के साथ बैठे और उनकी मांग को लेकर राजभवन भी गए. लोकतंत्र में अपना विरोध जताने का जो भी तरीका होता है वह कर रहे हैं. बीपीएससी अभ्यर्थियों की जायज मांग है और इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. 4 जनवरी को सरकार पैसे के बूते भले ही परीक्षा आयोजित करवा ले लेकिन हम अभ्यर्थियों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.”– पप्पू यादव, पूर्णिया सांसद
‘आर पार की लड़ाई’: पप्पू यादव ने कहा कि बच्चों के भविष्य का सवाल है और चिंता गंभीर है इसलिए आर पार की लड़ाई हो रही है. उन्होंने कहा कि मीणा आंदोलन हो या जाट आंदोलन हो या किसान आंदोलन हो, सभी में रेल चक्का जाम हुए हैं और यह लोकतंत्र में होते रहता है. यह गंभीर मामला है और पूरे बिहार में छात्र लड़ाई लड़ रहे हैं. छात्रों के इस लड़ाई में वह औपचारिकता नहीं निभा सकते. इसलिए वह खुद छात्रों की साथ जमीन पर उतरकर इस लड़ाई को लड़ रहे हैं.
‘प्रशांत किशोर हैं नटवरलाल’: पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर के गांधी मैदान में छात्रों की मांग को लेकर अनशन पर बैठने के सवाल पर कहा कि प्रशांत किशोर नटवरलाल हैं और दलाल हैं. उस व्यक्ति का नाम मत लीजिए. मीडिया उस व्यक्ति को सिर्फ खबर में लाकर प्रमोट कर रहा है. उन्होंने पीके पर तंज करते हुए कहा कि रात में अनशन से गायब हो जाते हैं और फिर भरपेट खाना खाकर सुबह 6:00 बजे जाकर अनशन पर बैठ जाते हैं. ऐसे अनशन होता है क्या?