लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कल बहस शुरू हुई। बहस की शुरुआत राहुल गांधी करनेवाले थे लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस ने गौरव गोगोई को आगे कर दिया। हालांकि यह पहले से तय था कि राहुल ही कांग्रेस की ओर से चर्चा की शुरुआत करेंगे। आखिरी वक्त पर इस बदलाव से सभी लोग हैरत में आ गए। बीजेपी की तरफ से भी यह सवाल उठा कि क्यों आखिरी वक्त पर राहुल ने चर्चा की शुरुआत नहीं की। इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे।
‘ PM मोदी के सामने ही चर्चा में शामिल होकर खुद को फिर PM पद का उम्मीदवार बताना चाहते हैं राहुल’
पोल में जनता से यह पूछा था कि ‘ क्या राहुल गांधी पीएम मोदी के सामने ही चर्चा में शामिल होकर खुद को फिर PM पद का उम्मीदवार बताना चाहते हैं?’ इसके लिए हमने जनता के सामने ‘हां’, ‘नहीं’ और ‘कह नहीं सकते’, तीन ऑप्शन दिए थे। इस पोल में जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हमें कुल 8,235 लोगों की राय जानने का मौका मिला। इस पोल में ज्यादातर लोगों का कहना था कि राहुल गांधी पीएम मोदी के सामने ही चर्चा में शामिल होकर खुद को फिर PM पद का उम्मीदवार बताना चाहते हैं। वहीं कुछ हद तक लोगों का यह मानना था कि ऐसी बात नहीं है। वहीं बेहद कम लोग ही ऐसे थे जो इस पर राय देने की स्थिति में नहीं थे और उन्होंने ‘कह नहीं सकते’ का ऑप्शन चुना।
आंकड़ों में कैसा रहा पोल का नतीजा?
आंकड़ों की बात करें तो इस मतदान में कुल 8,235 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें से ज्यादातर, यानी 78 फीसदी लोगों का मानना था कि राहुल गांधी पीएम मोदी के सामने ही चर्चा में शामिल होकर खुद को फिर PM पद का उम्मीदवार बताना चाहते हैं। वहीं करीब 17 फीसदी लोगों का मानना था कि ऐसा नहीं है। उनका जवाब ‘नहीं’ था जबकि करीब 5 फीसदी लोग ऐसे थे जिन्होंने ‘कह नहीं सकते’ का ऑप्शन चुना।