अगर शरीर में किसी भी चीज़ की कमी हो जाए तो बॉडी ढंग से काम करना बंद कर देता है। किसी भी पोषक तत्व की कमी आपको बीमार बना सकती है। कुछ लोगों को शरीर में इतनी कमजोरी होती है कि वह ढंग से चल फिर भी नहीं पाते हैं। शरीर में हमेशा थकान बनी रहती है। शरीर में कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अगर कोई बीमारी नहीं है तो हीमोग्लोबिन की कमी की संभावना बढ़ जाती है। शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम खून में मोजूद हीमोग्लोबिन ही करता है। जिन लोगों में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती है। उनकी बॉडी में ऑक्सीजन कम पहुंचता है। ऐसे लोग हमेशा थककर चूर होते हैं। इन्हें सांसों में तकलीफ, थकान, पीली त्वचा, सुस्ती जैसी कई परेशानियां होती हैं। हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर की नसें धीरे-धीरे बेजान होने लती है। अगर सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। बिना खून की जांच कराए यह पता भी नहीं चलता कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो गई है। हालांकि अगर कुछ लक्षणों पर ध्यान दिया जाए तो यह पता चल सकता है कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो गई है।
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के संकेत
- हमेशा थकान रहती है
- शरीर का बहुत कमजोर होना
- हर काम में आलस आना
- थोड़ा काम करने पर भी सांस फूलना
- दिल ज़ोर ज़ोर से धक धक होना
- छाती में दर्द होना
- सिर में दर्द और चक्कर आना
- हाथ और पैर ठंडा होना
इन विटामिन और फूड्स को करें शामिल
एक व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा 13.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर होना चाहिए। अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आप कुछ चीजों को डाइट में शामिल करके शरीर में आई हीमोग्लोबिन की कमी को दूर कर सकते हैं अगर हमारे शरीर में फोलिक एसिड या विटामिन सी की कमी होती है, तो भी हीमोग्लोबिन का लेवल घटने लगता है। कोशिश करें कि विटामिन सी को आयरन के साथ ही लें। इससे अधिक फायदे मिलते हैं। साथ ही पोषक तत्वों का अभाव और विटामिन बी 12 की कमी से भी हीमोग्लोबिन कम होते हैं। इसलिए आयरन से भरपूर फूड्स फॉलेट, विटामिन सी युक्त डाइट लेनी चाहिए। साथ ही ग्रीन बेजिटेबल, ड्राई फ्रूट्, बंदगोभी, ब्रोकली, दालें, बादाम, मटर और केले, फ्रूट जूस, अनार का जूस आदि का सेवन करना चाहिए।