पितृ पक्ष के दौरान 5 रूपों में घर आते हैं पितर देव, इन्हें कभी न लैटाएं खाली हाथ
पितृ पक्ष चल रहा है और इसकी समाप्ति में अब महज 3 दिन शेष हैं। जानकारों के मुताबिक पितृ पक्ष के बकी बचे 3 दिन पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए खास हैं। पितृ पक्ष के इन दिनों में पितरों के निमित्त श्राद्ध (तर्पण और पिंडदान) किया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि पितृ पक्ष में ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। वहीं पितृ पक्ष में मान्यता यह है कि इस दौरान पितर धरती पर आते हैं। कहते हैं कि पतरों का प्रकृति से खास संबंध होता है। पितृ पक्ष के दौरान इंसान से लेकर पक्षी तक कई रूपों में पितक आपगे द्वार पर आ सकते हैं। बस हमें उन्हें पहचान करके उनकी सेवा का ध्यान रखना है। आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष में आपके घर किन-किन रूपों में आ सकते हैं।
कौए
पितृ पक्ष के दौरान घर आए कौए को कभी भगाएं नहीं, बल्कि उसे भोजन प्रदान करें। कहा जाता है कि ऐसा न करने पर पितर नाराज हो जाते हैं। पितरों की नाराजगी के परिणामस्वरूप जीवन में कई प्रकार के संकट आते हैं। आर्थिक संकट तो इनमें से प्रमुख है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में 16 दिनों तक कौए के द्वारा ही पितर अन्न ग्रहण करते हैं। इससे न सार्फ वो तृप्त होते हैं,बल्कि अपने परिजनों को खूब आशीर्वाद भी देते हैं।
गरीब, असहाय और मेहमान
धर्म शास्त्र के जानकारों के मुताबिक, पितृ पक्ष के दौरान अगर कोई गरीब, असहाय या मेहमान आपके द्वार आए तो उसका अनादर ना करें। बल्कि इनके भोजन की उचित व्यवस्था करें। ऐसा ना करने पर पितर देव नाराज हो जाते हैं।
गाय या कुत्ता
पितृ पक्ष के दौरान गाय और कुत्ते का द्वार पर आना अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर ये रास्ते में दिख जाएं तो मारकर न भगाएं, बल्कि इन्हें कुछ ना कुछ खाने के लिए जरूर दें। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को संतुष्टि मिलती है। जिससे घर-परिवार में बरकत होती रहती है।
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