जहां मोरक्को में तीव्र भूकंप के चलते हजारों लोगों की जानें चली गईं। वहीं भारत के पहाड़ी इलाकों में मंगलवार को जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत के हिमालयी क्षेत्र में मंगलवार दोपहर भूकंप से धरती कांप उठी है। लेह लद्दाख में दोपहर 4.56 बजे भूकंप आया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 रही। भूकंप का उद्गम केंद्र जमीन से 15 किलोमीटर नीचे था। 36.13 नॉर्थ लेटिट्यूट और पर आए भूकंप से लेह लद्दाख में झटके महसूस किए गए।
इससे पहले सोमवार को रात में मणिपुर और आज मंगलवार की तड़के अंडमान सागर के करीब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बीते कुछ दिनों से भारत में भूकंपीय घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। सोमवार को रात 11 बजकर 01 मिनट पर मणिपुर के उखरुल में 5.1 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र धरती के 20 किलोमीटर अंदर था। वहीं, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 39 मिनट पर अंडमान सागर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र सतह के 93 किलोमीटर भीतर था। अब तक इस भूकंप में किसी हानि की खबर सामने नहीं आई है।
सोमवार को भी आया भूकंप
बीतो सोमवार को सुबह 1 बजकर 29 मिनट पर बंगाल की खाड़ी में भी भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में आए इस भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई थी। भूकंप के केंद्र की गहराई धरती के 70 किलोमीटर अंदर बताई गई थी।
क्या है भूकंप के आने की वजह?
हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।