सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर ये झटके महसूस किए गए हैं. हालांकि अभी तक कहीं से भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. यूएसजीएस अर्थक्वेक्स के अनुसार नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1 मापी गई है. भूकंप का केंद्र नेपाल का गोकर्णेश्वर था.
बिहार में हिली धरती: सुबह-सुबह बिहार की धरती डोली है. भूकंप के झटके से लोग डर गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए. भूकंप के झटके के कारण घरों में पंखे झूलते हुए देखे गए. जिससे लोगों में डर समा गया है. हालांकि अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है.
कहां-कहां आया भूकंप?: राजधानी पटना के अलावे पूर्णिया, मधुबनी, शिवहर, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सिवान समेत बिहार के आधे से अधिक जिलों में भूकंप आया है. सुबह 6 बजकर 35 मिनट से लेकर 6 बजकर 37 मिनट के बीच लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं.
“सुबह सोकर उठी थी. अपने पति को चाय दी. वह चाय पी रहे थे, तभी उनके हाथ में चाय के प्याले अचानक हिलने लगे. घर में लगे पंखे भी अपने आप झूलने लगे. हमें महसूस हुआ कि धरती हिल रही है. समझ में आ गया कि भूकंप आया है.”- श्वेता देवी, पूर्णिया निवासी
क्यों आता है भूकंप?: दरअसल, धरती के अंदर जो 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं, वह घूमती रहती हैं. जब आपस में ये प्लेट्स टकराती या रगड़ाती हैं तो वह एक-दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं या फिर दूर हो जाती हैं. इसी वजह से धरती हिलने लगती है. इसे ही हम भूकंप कहते हैं. रिक्टर पैमाने पर भूकंप 1 से 9 तक हो सकती है. आज जो भूकंप के झटके महसूस किए हैं, वह 7.1 थी. इस वजह से बड़ा नुकसान हो सकता है. इमारतें ढह सकती है, जमीन के अंदर पाइप लाइट फट सकती है लेकिन बिहार से अभी तक ऐसे किसी नुकसान की खबर नहीं आई है.