पटना। एसवीयू ने जांच में पाया कि गया में आईजी रहते अमित लोढ़ा ने फ्राइडे स्टोरी टेलर एलएलपी समेत अन्य के साथ मिलकर ‘खाकी-द बिहार चैप्टर’ नाम की वेब सीरिज बनाई थी। इसमें अवैध कमाई की राशि का निवेश भी किया गया था।वेब सीरीज से कमाई में हिस्सेदारी भी ली थी। अमित लोढ़ा उनकी पत्नी कुमुदी लोढ़ा की वेब सीरिज निर्माण कंपनी के साथ बकायदा समझौता हुआ था। निर्माण कंपनी ने 7 मार्च 2019 को कुमुदी लोढ़ा के बैंक खाते में 38 लाख 25 हजार ट्रांसफर भी किए थे। इसके अलावा दोनों के बीच रुपये के लेनदेन के कई साक्ष्य मिले थे।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आईपीएस अमित लोढ़ा और उनकी पत्नी कुमुदी लोढ़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने इनके खिलाफ ईसीआईआर (इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट) कुछ दिनों पहले ही दर्ज कर ली है।
फिलहाल इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, पद का दुरुपयोग और अनैतिक गतिविधि से धन कमाने के आरोपों की जांच ईडी के स्तर पर चल रही है। बिहार कैडर के 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा वर्तमान में राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (एससीआरबी) में आईजी के पद पर तैनात हैं।
गौरतलब है कि राज्य की जांच एजेंसी एसवीयू (विशेष निगरानी इकाई) ने इनके खिलाफ 7 दिसंबर 2022 को आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसमें मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा समेत अन्य को नामजद अभियुक्त बनाया गया। यह मुकदमा भ्रष्टाचार निवारण कानून 1998 की धारा 13 (1)(बी), 13(2) समेत अन्य धाराओं में दर्ज है। इसी को आधार बनाते हुए ईडी ने इनके खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की है। एसवीयू की जांच में दो करोड़ 50 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति की बात सामने आई थी।
एसवीयू ने करीब 3 महीने पहले राज्य सरकार से लोढ़ा के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति से संबंधित प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अब तक स्वीकृति नहीं मिली है। सूत्रों के अनुसार, अनुमति की फाइल गृह विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव ने विधि विभाग को न भेजकर मंतव्य के लिए महाधिवक्ता को भेजा था।