राजधानी पटना समेत देश के कई राज्यों में बड़े पुलों का निर्माण करने वाली कंपनी एसपी सिंगला प्राइवेट लिमिटेड पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई जारी है. संजीव हंस से बरामद दस्तावेज के आधार पर बिहार में काम कर रही एसपी सिंगला कंपनी पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है।
संजीव हंस के पार्टन के घर छापेमारी: प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एसपी सिंगला ग्रुप के पटना दिल्ली और पंचकूला समेत कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है. सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस जब पुल निर्माण निगम में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर थे, तब उस दौरान अवैध लेनदेन हुए थे. इसी सिलसिले में सिंगला ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है. संजीव हंस के करीबी सुनील कुमार सिन्हा के दफ्तर में भी छापेमारी हुई, वो संजीव के पार्टनर रहे हैं।
1800 करोड़ की लागत से बन रहा था पुल: बिहार के कई बड़े पुलों का ठेका एसपी सिंगला कंपनी को मिला हुआ है. इसी कड़ी में भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के बीच अगवानी अप्रोच पुल का काम भी इसी कंपनी को मिला था. जहां हवा के झोंके से पुल टूट गया था. इस पुल का निर्माण 600 करोड़ की लागत से शुरू हुआ था लेकिन 2 साल बाद आंकड़ा 1800 करोड़ पहुंच गया और इसे अब 2300 करोड़ रुपये करने की कवायद जारी है।
ईडी की रेडार पर कई बड़े अधिकारी: इसके अलावा सिंगला कंपनी सुपौल में पुल का निर्माण कर रही थी और घटिया निर्माण के चलते वह पुल भी गिर गया. सुपौल में निर्माणाधीन पुल की लागत 1200 करोड़ बताई जा रही है. फिलहाल ईडी इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है. वहीं कई बड़े अधिकारी भी उसके रडार पर हैं।