बिहार में शिक्षा विभाग ने दिया टेंशन, 367 अनट्रेंड शिक्षकों की जा सकती है नौकरी

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बिहार के शिक्षा विभाग (Education Department) की कमान जब से केके पाठक (KK Pathak) ने संभाली है तब से लगातार एक्शन लिए जा रहे हैं. कभी कड़े और सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं तो कभी लापरवाही को लेकर शिक्षकों पर गाज गिर रही है. अब एक बार गोपालगंज के 367 अनट्रेंड शिक्षकों के लिए टेंशन वाली खबर सामने आई है.

दरअसल, शिक्षा विभाग ने बुधवार (24 अप्रैल) को 31 मार्च 2015 के बाद बहाल हुए अनट्रेंड शिक्षकों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में गोपालगंज के अलग-अलग प्रखंडों के 367 शिक्षक शामिल हैं. सूची जारी करने के बाद स्थापना के डीपीओ जमालुद्दीन ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि सूची का अपने स्तर से सत्यापन करते हुए यह आश्वस्त हों लें कि इस सूची के अलावा 2015 के बाद बहाल हुए शिक्षक का नाम छूट गया हो तो 24 घंटे के अंदर डीपीओ कार्यालय को बता दें. अन्यथा इसे ही अंतिम सूची मानकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी. आगे सूची से अलग कोई शिक्षक मिला तो प्रधानाध्यापक और बीईओ पर कार्रवाई होगी.

367 अनट्रेंड शिक्षकों की तैयार की गई है सूचना

बता दें कि पटना हाईकोर्ट ने शिक्षकों से ही जुड़े एक मामले में सुनवाई के बाद दिए गए फैसले में 31 मार्च 2015 के बाद बहाल हुए अप्रशिक्षित शिक्षकों के नियोजन या नियुक्ति को अमान्य करार दिया है. इसके बाद शिक्षा विभाग के मुख्यालय से ऐसे शिक्षकों की सूची तलब की गई जिसके बाद गोपालगंज जिले से 367 शिक्षकों की सूची तैयार की गई है.

मांझा प्रखंड में सबसे अधिक 52 अनट्रेंड शिक्षक

जारी सूची में सबसे अधिक मांझा प्रखंड में 52 शिक्षक हैं. इसके अलावा कटेया में सात, विजयीपुर में 14, उचकागांव में 22, हथुआ में 50, सिधवलिया में 26, फुलवरिया में 19, थावे में 12, पंचदेवरी में दो, भोरे में 18, कुचायकोट में 24, बरौली में 49, बैकुंठपुर में 48, गोपालगंज में 24 शिक्षक शामिल हैं.

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