रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह देखने को मिला, लेकिन इस दौरान कुछ शरारतीतत्वों ने पटना के फतुहा में साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने का काम किया. फतुहा प्रखंड के रसलपुर गांव में सोमवार रात मस्जिद के गेट पर भगवा झंडा लगाए जाने के बाद मुस्लिम समुदाय के बीच इस बात को लेकर गतिरोध कायम है। मामला मंगलवार सुबह प्रकाश में आते ही इसकी सूचना स्थानीय थाना को दिया गया। फतुहा थाना से एसआई सौरभ कुमार दलबल के साथ पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया एवम फौरन डीएसपी सियाराम फतुहा को इस घटनाक्रम को लेकर इतला कर दिया गया। चुकी मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा था इसलिए पुलिस फोर्स की गस्ती को बढ़ा दी गई है.
असमाजिक तत्वों ने गांव के मस्जिद के मुख्य गेट पर भगवा झंडा लगा दिया गया। इसको देखकर मुस्लिम समुदाय के बीच आपत्ति जताई गई एवं प्रशासन के समक्ष मामले को गंभीरता से रखकर इस तरह के उन्मादी लोगो के खिलाफ विरोध किया गया। मंगलवार को सुबह में पहुंचे डीएसपी सियाराम यादव ने इस प्रकरण को आपसी सौहार्द के साथ लोगो समझाया। तब जाकर यह उभरता मामला शांत हुआ। हालांकि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सियाराम यादव ने अपने दिशा निर्देश पर मस्जिद एरिया में पुलिस बल की तैनाती कर दी है।
हर चौक-चौराहों में जवान तैनात
वहीं, गांव में किसी भी तरह से साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति न हो इसको लेकर डीएसपी सियाराम यादव ने सुबह में ही पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया था। इसके बाद मंगलवार की सुबह 10 बजे पुलिस बल के साथ थानाध्यक्ष फतुहा जयशंकर कुमार, एसआई सौरभ कुमार और अन्य अधिकारियों ने फ्लैग मार्च निकाला। यह फ्लैग मार्च गांव के पूरे क्षेत्र में घूमा। सभी जगह चौक चौराहों में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
डीएसपी ने क्या कुछ कहा
डीएसपी सियाराम यादव ने बताया की रसलपुर गांव में स्थित एक मस्जिद के गेट पर झंडा लगाए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। सुचना मिलते ही फतुहा थाना अध्यक्ष सदलबल मौके पर पहुंचकर झंडा को हटवाया। जो भी शरारती तत्व शरारत किए होंगे उसके ऊपर शख्त से शख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस तरह के लोगों को चिन्हित नहीं किया गया है। चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।