उत्तर प्रदेश की रिक्त 9 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। यूपी की सभी नौ सीटों के लिए एक चरण चुनाव संपन्न कराए जाने हैं। इस संबंध में चुनाव की आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी गई है।
चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही इन सीटों पर आचार प्रभावी हो गई है। चुनाव आयोग ने बताया कि यूपी की सभी सीटों के लिए एक ही चरण मे निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न कराई जानी है, चुनाव आयोग ने बताया कि यूपी में 18 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी। वहीं 25 को नामांकन का आखिरी दिन है. वहीं 28 को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकते हैं. 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 को गिनती होगी।
इधर, उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है, लोकसभा चुनाव के बाद 10 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. विधानसभा उपचुनाव मुख्य दल बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए बेहद अहम होने वाला है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को 37 सीटें मिलीं थी, इसलिए समाजवादी पार्टी के लिए ये चुनाव और भी अहम हो जाता है, वहीं भाजपा इस अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए पूरी तेयारी के साथ चुनाव लड़ने का प्रयास करेगी।
इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को उपचुनाव का जिम्मा सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इनमें से 8 सीटें सांसदी का चुनाव जीतने के बाद ख़ाली हुई है जबकि एक कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने की बाद रिक्त हो गई है। इस तरह प्रदेश की 9 सीटों करहल, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर सीटों पर उपचुनाव होना है।