जमुई में स्मार्ट मीटर लग तो गया लेकिन बिजली गायब है। रिचार्ज नहीं रहने से दो दिन से ब्लॉक में बिजली नदारद है। जिसके कारण कार्यालय में कामकाज बाधित होने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड कार्यालय में अंधेरा छाया रहा और सारे डाटा ऑपरेटर इधर-उधर घूमते नजर आए। वही इंदिरा आवास और खाद्य आपूर्ति कार्यालय में कर्मचारी टॉर्च के रोशनी में काम करते नजर आए। यह स्थिति स्मार्ट मीटर को रिचार्ज नहीं करने से उत्पन्न हुई है।
जमुई के बरहट प्रखंड कार्यालय परिसर मंगलवार को अंधेरे में डूबा रहा। जिसे लेकर प्रखंड कर्मी, एमओ कार्यालय, सीओ कार्यालय, आरटीपीएस काउंटर में तैनात कर्मियों को अपने-अपने मोबाइल के टॉर्च की रोशनी के सहारे ही काम चलाना पड़ा। दरअसल मंगलवार की दोपहर बारिश के बाद प्रखंड परिसर स्थित कई कार्यालय में अंधेरा छा गया। अंधेरा छाने के बाद कर्मी काफी परेशान दिखे। जरूरी कागजात सहित अन्य कार्य को पूरा करने के लिए अपने-अपने मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में अंधेरा दूर करने की कोशिश कर रहे थे। तो कई परिसर में घूम रहे थे। जिससे दूर-दराज से आए लोगों का काम नहीं हुआ।
इसे लेकर लोगों में नाराजगी देखी गयी। बताया जाता है कि प्रखंड परिसर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ही बिजली आपूर्ति ठप है। अब एक साल का रिचार्ज एक साथ करवाने में परेशानी हो रही है। स्मार्ट मीटर कौन रिचार्ज कराएगा इस बात को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। पूर्व में स्मार्ट मीटर नहीं रहने पर साधारण मीटर में बिल आने के बाद प्रखंड से एक बार बिल बनाकर भेज दिया जाता था लेकिन स्मार्ट मीटर जब से लगा है तब से रिचार्ज करवाने का यह सिर दर्द बन गया है।
वहीं दो दिनों से बिजली नहीं रहने से कई कार्यालयों में लगे इनवर्टर भी जवाब दे गया है। वही इस मामले में बरहट प्रखंड के विकास पदाधिकारी श्रवण कुमार पांडेय ने सभी सरकारी कार्यालय में स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जारी किया है। स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली विभाग ने बताया कि एक साल का रिचार्ज करवाना है। अब रिचार्ज करवाने की समस्या हो रही है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान जल्द ही निकाला जाएगा।