रामगोपाल की हत्या के मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर, सरफराज और तालिब के पैर में लगी गोली
बहराइच में हुए हिंसा के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सरफराज उर्फ रिंकू का एनकाउंटर किया है। दूसरे आरोपी तालिब के पैर में भी गोली लगी है। UP STF और पुलिस को जानकारी मिली थी कि रामगोपाल मिश्रा की हत्या करने के आरोपी नेपाल भागने के फिराक में हैं, पुलिस की टीम इस सूचना के बाद सक्रिय हो गई। आरोपियों की तलाश में पुलिस जैसे ही बहराइच जिले के भारत- नेपाल सीमा पर पहुंची, वहां हंडा बसेहरी नहर के पास आरोपियों ने पुलिस पर ही फायर झोंक दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में घटना का मुख्य आरोपी सरफराज उर्फ रिंकू और तालिब उर्फ फहीम के पैर में गोली लगी है। दोनों को गंभीर हालत में बहराइच के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
महराजगंज में एक युवक की गोली मार कर हत्या करने के केस में आज बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके नाम हैं-
1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू
3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
4. अब्दुल हमीद (नामजद)
5. मोहम्मद अफज़ल
पहले दो की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम लेकर गई तो इनके द्वारा वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई। जवाबी फायरिंग में दोनों को गोली लगी है। गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उपचार कराया जा रहा है। मर्डर में उपयोग किया हथियार बरामद हो गया है।
दोनों आरोपियों की हालत स्थिर
अस्पातल के डॉक्टर ने कहा कि गोली लगने के बाद पुलिस सरफराज और तालिब को लेकर यहां आई थी एक दाएं और एक के बाएं पैर में गोली लगी है। दोनों खतरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल में रेफर कराया गया है। गोली अभी पैर में ही लेकिन दोनों की स्थिति नॉर्मल है।
मामले में एसपी वृंदा शुक्ला का बयान
वहीं, इस घटना को लकेर एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि हिंसा के बाद हमारी टीम ग्राउंड पर काम कर रही थी। घटना में शामिल सभी अभियुक्तों की हमें तलाश में जिनमें पांच पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि सूचना मिली थी कि आरोपी सरफराज और तालिब नेपाल भागने की फिराक में हैं और हमले में इस्तेमाल किए गए हथियार भी उनके पास है। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची थी लेकिन उनके पास एक और असलहा था जिससे वह पुलिस पर फायरिंग करने लगे। जिसके बाद आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोली चलाई जिसमें दोनों के पैर गोली लगी।
13 अक्टूबर को हुई थी रामगोपाल की हत्या
13 अक्टूबर की शाम जब मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम चल रहा था तभी अब्दुल हमीद के मकान के बाहर उकसाने वाले गाने बजाकर मूर्ति विसर्जन का आरोप लगाया गया और गाने को बंद करने को कहा गया था। चश्मदीदों के अनुसार थोड़ी देर बाद मूर्तियों पर अब्दुल हमीद के मकान से पथराव शुरू हो गया था। इस पर राम गोपाल मिश्रा अब्दुल हमीद के छत पर लगे हरे झंडे तो उतारने के लिए चढ़ गया। रामगोपाल मिश्रा ने जैसे ही हराझंडा उतार कर भगवा झंडा छत पर लहराया वैसे ही आरोपियों ने रामगोपाल को गोली मार दी थी। गोली लगने से रामगोपाल की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से बहराइच दंगों की चपेट में आ गया और 2 दिनों तक हिंसा चली।
STF ADG अमिताभ यश का बयान
वहीं, इस एनकाउंटर को लेकर ADG अमिताभ यश ने बताया है कि हिंसा का मुख्य आरोपी सरफराज समेत दो को गोली लगी है। दोनों आरोपी भारत से नेपाल भागने के फिराक थे। आरोपियों पर पुलिस के द्वारा भागते हुए फायरिंग की गई थी।
मुख्य आरोपी की बहन बोली हो सकता है एनकाउंटर
पुलिस घटना के बाद से ही आरोपियों की तलाश कर रही थी। इसी बीच हिंसा के मुख्यआरोपी सरफराज की बहन रूखसार का बयान सामने कि उसके भाइयों को पुलिस मार सकती है। रामगोपाल मिश्रा पर गोली चलाने के आरोप में मकान मालिक अब्दुल हमीद की बेटी रुख़सार ने आरोप लगाया कि उनके पिता, दो भाई सरफ़राज़ और फ़हीम और एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ने बुधवार शाम 4 बजे हिरासत में लिया है। रुख़सार ने यह भी बताया कि उनके पति और देवर को पहले ही उठाया जा चुका है, लेकिन परिवार को अब तक किसी थाने से कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उन्हें आशंका है कि उनके परिजनों का एनकाउंटर कर हत्या की जा सकती है।
गोली लगने की वीडियो
एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा था। दरअसल,यह वही वीडियो है जिसमें झंडा उतारने वाले गोपाल मिश्रा को गोली मारी गई थी। गोली लगते ही रामगोपाल मिश्रा नीचे गिरा था और छत पर झंडा लगाने के दौरान राम गोपाल मिश्रा को गोली मारी गई। बहराइच हिंसा का यह वीडियो 13 अक्तूबर की शाम 5 बजे का बताया जा रहा है।
इस हिंसा से जुड़े और भी वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एक शख्स हाथ में बंदूक लिए भी नजर आ रहा है। बता दें कि रविवार (13 अक्तूबर) को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके साथ ही इस हिंसा में पथराव और गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे।
बता दें कि बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में हिंसा में हुई युवक की हत्या के बाद फैले तनाव के मामले में बुधवार तक कुल 11 केस दर्ज हुए हैं। इसके साथ ही इस मामले में 55 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। वहीं इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में महसी के पुलिस क्षेत्राधिकारी रूपेन्द्र गौड़ को हटा दिया गया है।
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