मुजफ्फरपुर जंक्शन पर शनिवार की रात मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन का इंजन शंटिंग लाइन पर पटरी से उतर गया। इससे अफरातफरी मच गई। यह इसलिए भी कि बुधवार को ही नारायणपुर अनंत के 98 नंबर रेल समपार फाटक के पास मैकेनिकल पैनल रैक के पटरी से उतर गई थी।
इस मामले की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है। आज की घटना में चालक को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का आदेश दिया गया है। ट्रेन को रात साढ़े दस बजे सवा घंटे की देरी से रवाना कर दिया गया।
बताया जा रहा कि सवा नौ बजे खुलने वाली मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर चार पर लाया गया।
इंजन को ट्रेन से अलग कर उसे शंटिंग लाइन से फिर आगे की ओर जोड़ा जाना था। चंद्रलोक चौक की तरफ शंटिंग लाइन में सिग्नल का काम हो रहा था। इस कारण कुछ प्वाइंट्स खुले थे। सिग्नल भी नहीं दिया गया था।इस बीच चालक ने बिना सिग्नल के इंजन को शंटिंगल लाइन की तरफ चला दिया।
प्वाइंट्स खुला होने के कारण इंजन के तीन चक्के पटरी से उतर गए। सोनपुर के सीनियर मैकेनिक इंजीनियर सहायक अभियंता, कोचिंग डिपो अधिकारी, आरपीएफ इंस्पेक्टर, जीआरपी सहित अन्य रेल कर्मी सभी वहां पहुंच गए।
04021 स्पेशल ट्रेन भी जंक्शन पर फंस गई
इस बीच पुणे स्पेशल ट्रेन के अलावा सीतामढ़ी से आनंद विहार जाने वाली 04021 स्पेशल ट्रेन भी जंक्शन पर फंस गई। इंजन के बेपटरी होने से उस ट्रेन का भी इंजन नहीं घूम नहीं सका। इसके साथ मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दो माल गाड़ी भी फंसी रही। दोनों ट्रेन लेट होने से यात्री परेशान रहे।
मामले में चालक को सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण सूद ने निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही पांच सदस्यीय रेल अधिकारियों की जांच कमेटी बनाते हुए रिपोर्ट जल्द सौंपने को कहा है। डीआरए के आदेश से इंजन को उठाने के लिए एआरटी गाड़ी को सोनपुर से लाया गया।
दूसरा इंजन लगाकर रात साढ़े दस बजे करीब सवा घंटे विलंब से मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन को रवाना किया गया। बेपटरी इंजन के चालक का ब्लड सैंपल डीआरएम के आदेश पर लिया गया है।