इंजीनियर CM की इंजीनियरिंग फेल, BJP के बयान पर नीतीश के मंत्री ने दिया जवाब, विपक्ष की बैठक पर भी बोले
भागलपुर-खगड़िया के बीच गंगा नदी पर बन रहे अगुवानी पुल के दूसरी बार गिरने पर बिहार में सियासत जारी है. बीजेपी सरकार पर हमलावर है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इंजीनियरिंग को फेल बता रही है. इसपर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में बहुत से पुल बने हैं, यह कोई पहला पुल नहीं था।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पुल की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है, सरकार सक्षम है जांच करवा रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में ये कोई पहला पुल नहीं बना है, कई पुल बने हैं. लगभग 300-400 पुल बनाए गए. इसके डिजाइन में डिफेक्ट था, जांच की जा रही है. मामले पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. भ्रष्टाचार पर जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
वहीं 23 जून को बिहार में विपक्षी दलों की बैठक होनी है. विपक्ष की बैठक पर भाजपा के द्वारा लगातार बयानबाजी की जा रही है कि 23 जून को विपक्षी पार्टियों की होने वाली बैठक नहीं होगी. बीजेपी लगातार यह दावा कर रही है कि इस बैठक में कोई भी विपक्षी पार्टी मौजूद नहीं होगी. बीजेपी के इस बयान पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां अपने तरीके से बयानबाजी करती हैं. 23 जून को होने वाली आगामी बैठक निश्चित तौर पर होगी. इसका निष्कर्ष भी पॉजिटिव निकलेगा. 23 जून को सभी पार्टियों के लोग पटना पहुंचेंगे और बैठक सफल होगा।
बता दें कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पुल गिरने के बाद निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं यहां पहले पीपा पुल बनाना चाहता था. बाद में 2012 में यहां पर एक फुल स्ट्रक्चर्ड पुल बनाने का सपना देखा. 2014 में पुल बनाने की स्वीकृति दिलाकर हमलोगों ने शिलान्यास करवाया. मैं क्या जानता था कि एक इंजीनियर मुख्यमंत्री बिहार में हो और पूरी की पूरी इंजीनियरिंग ही फेल हो गई. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री जो अपने आप को इंजीनियर कहते हैं इनको तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।
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