वैसे तो टेस्ट क्रिकेट धीमी बल्लेबाजी के साथ बड़े स्कोर तक पहुंचने के लिए जाना जाता है, लेकिन इंग्लैंड की टीम ने मानो इसे भी टी-20 की तरह ही खेलना शुरू कर दिया है। ब्रेंडन मैकुलम जब से इंग्लैंड के कोच बने हैं, वह एग्रेसिव बल्लेबाजी को लेकर काफी मुखर रहे हैं। उनके उपनाम बैज से जोड़कर ही ‘बैजबॉल’ बनाया गया है। जिसे अपनाकर इंग्लैंड के बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते नजर आते हैं। गुरुवार को इंग्लैंड ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में ऐसा हाहाकार मचाया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।
पहले ओवर में पहला विकेट गिरने के बावजूद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी
दरअसल, इंग्लैंड की टीम का पहला बल्लेबाज पहले ही ओवर में आउट हो गया। पहले ओवर में जैक क्रॉले के डक पर पवेलियन लौटने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि दूसरे और तीसरे नंबर के बल्लेबाज संभलकर खेलेंगे, लेकिन मैदान पर रनों का ऐसा तूफान आया कि सब देखते रह गए।
बेन डकेट और ओली पोप ने मचाया तूफान
इंग्लिश बल्लेबाज बेन डकेट और ओली पोप ने मिलकर महज 4.2 ओवर यानी 26 गेंदों में 50 रन ठोक डाले। इस दौरान दोनों ने 10 चौके जड़े। इंग्लैंड ने इसी के साथ इतिहास रचा। उसने टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे तेज अर्धशतक का टेस्ट रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इंग्लैंड ने इस मामले में अपना पहला रिकॉर्ड तोड़ दिया। उसने 1994 में ओवल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 27 गेंदों में अर्धशतक बनाया था।
इंग्लैंड ने तीन बार किया ये कारनामा
खास बात यह है कि इंग्लैंड ने एक-दो बार नहीं बल्कि तीन बार ये कारनामा किया है। इंग्लैंड ने मैनचेस्टर में 2002 में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ 4.6 ओवर में 50 रन जड़ दिए थे। श्रीलंका भी एक बार ये रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है। उसने कराची में 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ 5.2 ओवर में ये रिकॉर्ड बनाया था। जबकि भारत इंग्लैंड के खिलाफ 2008 में चेन्नई में ये कीर्तिमान बना चुका है। टीम इंडिया ने 5.3 ओवर में ये रिकॉर्ड बनाया था।