नीट पेपरलीक कांड ने देश के साथ-साथ बिहार में भी बवाल मचा दिया है। जी हां, इस मामले की कड़ियां लगातार जुड़ती जा रही हैं और एक के बाद एक नाम सामने आते जा रहे हैं। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई को बड़ी कामयाबी मिली है।
EOU को मिली बड़ी कामयाबी
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पेपर लीक करने के बाद उसका प्रिंट निकलवाकर अभ्यर्थियों तक पहुंचने वाले आरोपी पिंटू को झारखण्ड के देवघर से धर-दबोचा है। बताया जा रहा है कि आरोपी पिंटू बिहार के नालंदा का रहवासी है। उसने चिंटू के कहने पर ही प्रिंट आउट निकाला था। बड़ी बात ये है कि नीट पेपरलीक का सरगना संजीव मुखिया के नेटवर्क में ही चिंटू और पिंटू शामिल हैं।
चिंटू और पिंटू की गिरफ्तारी से EOU खोलेगी अब नये राज
फिलहाल ये जानकारी सामने आ रही है कि नीट पेपरलीक के सरगना संजीव मुखिया को किसी प्रोफेसर ने सबसे पहले क्वेश्चन-पेपर भेजा था, जिसे चिंटू और पिंटू ने मिलकर अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था। ये पेपर सॉल्वर के जरिए सवालों के जवाब हल कर 5 मई की सुबह अभ्यर्थियों को दिया गया। ये कहा जा रहा है कि चिंटू और पिंटू की गिरफ्तारी से EOU अब नए राज खोल पाएगी।
बिहार के इन 13 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
आपको बता दें कि इस मामले में अबतक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 13 आरोपियों को बिहार और 6 आरोपियों को झारखण्ड से गिरफ्तार किया जा चुका है। बिहार से जिन 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें शामिल है – सिकंदर यादवेंदु (सेटर), बिट्टू कुमार (ड्राइवर), आयुष कुमार (कैंडिडेट), अखिलेश कुमार (आयुष के पिता), नीतीश कुमार (सेटर), अमित आनंद (सेटर), रोशन कुमार (सेटर अमित का सहयोगी), अभिषेक कुमार (कैंडिडेट), अनुराग यादव (कैंडिडेट), अवधेश कुमार (अभिषेक के पिता), रीना कुमारी (अनुराग यादव की मां), आशुतोष कुमार (सेटर अमित का सहयोगी), शिवनंदन कुमार (कैंडिडेट)।
झारखण्ड से इनकी हुई गिरफ्तारी
वहीं, झारखण्ड से जिन 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें शामिल हैं – पंकू (पिंटू), चिंटू, काजू, अजीत, राजीव और परमजीत।
पटना के इस मकान में रटवाया गया था प्रश्नों के उत्तर
फिलहाल EOU की अबतक हुई जांच में ये बातें सामने आयी है कि एक प्रोफेसर के जरिए प्रश्न-पत्र संजीव मुखिया तक पहुंचा था, जिसके बाद पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल एंड ब्वॉयज हॉस्टल में पटना और रांची के अभ्यर्थी उपस्थित हुए और फिर सभी प्रश्नों के उत्तर रटे।
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज
फिलहाल संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए EOU लगातार छापेमारी कर रही है। बिहार पुलिस को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है। संजीव मुखिया के पैतृक गांव नालंदा के नगरनौसा के शाहपुर में पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक NEET-UG के प्रश्न पत्रों की आवाजाही में शामिल एजेंसियों के कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्टेशन के दौरान पेपर लीक किया है। आरोपी अमित आनंद ने ट्रांसपोर्टेशन के दौरान नीट का पेपर हासिल किया और आरोपी सिकंदर के साथ मिलकर इस पूरे घोटाले को अंजाम दिया।