Patna :- साल 2023 में दिवाली 12 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी. इस दिन कार्तिक मास की अमावस्या तिथि है. दिवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है. इस साल दिवाली 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और 13 नवंबर, सोमवार की दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा. धनतेरस 10 नवम्बर को है। इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है. दिवाली के दिन प्रदोष काल में लक्ष्मी-गणेश के पूजन का बड़ा महत्व है.
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हर साल धनतेरस या धनत्रयोदशी मनाई जाती है। इस दिन से ही खरीदारी की शुरुआत हो जाती है जो दिवाली के दिन तक चलती है। इस दिन सोने-चांदी के सिक्के, बर्तन, मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति खरीदी जाती है। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि धनतेरस के दिन कुछ विशेष चीजों का दान बहुत शुभ माना जाता है।
ज्योतिष में पीले रंग का संबंध बृहस्पति ग्रह से माना जाता है। धनतेरस के दिन भी पीले वस्त्र दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि धनतेरस पर किसी जरुरतमंद व्यक्ति को पीले वस्त्रों का दान करने पर दान करने वाले को पुण्य मिलता है।
इस दिन पीले वस्त्र का दान करना महादान कहलाता है। धनतेरस के दिन अन्नदान का विशेष महत्व है। इस दिन अपने घर पर किसी गरीब भूखे व्यक्ति को आदर सम्मान के साथ खाना खिलाए। ऐसा करने से आपके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। भोजन कराने के बाद उस व्यक्ति को दक्षिणा के रूप में पैसे देकर विदा करें।
माना जाता है कि माता लक्ष्मी को झाड़ू प्रिय है। इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू को घर लाकर उसकी पूजा करनी चाहिए। अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो आज के दिन झाड़ू दान करने से आपकी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी। वहीं दान को लेने वाले व्यक्ति के घर में भी लक्ष्मी का आगमन होता है। धनतेरस के दिन मिठाई और नारियल दान करने से धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं। इसके साथ ही जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। ये दान किसी जरुरतमंद व्यक्ति को ही करें।
धनतेरस के दिन लोहा दान करने से भाग्य बढ़ता है और दुर्भाग्य मिट जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।