एटा में पुलिस का एक नया कारनामा सामने आया है. पुलिस की दहशत और प्रताड़ना से ऑटो चालक की जान चली गई। पिछले करीब पांच वर्षो में मृतक के ऑटो का एक के बाद एक 65 बार चालान किया गया।
इतना ही नहीं दो दिन पूर्व ऑटो को पुलिस ने सीज कर दिया, जिसकी वजह से ऑटो चालक टेंशन में आ गया. ऑटो को छुड़ाने के लिए वकील के पास जाते समय उसे दिल का दौरा पड़ गया और उसकी मौत हो गई. उसका शव थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में विरामपुर के पास पड़ा मिला।
मामला निधौली कला थाना क्षेत्र के गांव रूस्तमगढ़ का है. यहां के निवासी महाराज सिंह ने बताया कि उनके भाई चरन सिंह (48) पर खुद का ऑटो है। इसको चलाकर ही वह परिवार का जीवन-यापन करते थे. शनिवार की देर शाम सूचना मिली कि वह बेहोशी की हालत में गांव विरामपुर के पास पड़े हैं।
हम लोग पहुंचे और उनको मेडिकल कॉलेज लेकर आए. यहां चिकित्सक ने चरन सिंह को मृत घोषित कर दिया. बिना पोस्टमार्टम कराए परिजन शव घर ले आए और अंतिम संस्कार कर दिया. महाराज सिंह ने बताया कि भाई के ऑटो का पांच साल में 65 बार चालान कट चुका था. इसकी वजह से वह परेशान हो गए थे और तनाव में रहते थे।
चरन सिंह के बेटे आकाश ने बताया कि दो दिन पहले पुलिस ने ऑटो पकड़कर खड़ा करा लिया. इसको छुड़ाने के सिलसिले में वह शनिवार शाम वकील के पास जाने के लिए घर से निकले, काफी चिंता में थे । रास्ते में उनको दिल का दौरा पड़ गया और सही समय पर उपचार न मिल पाने की वजह से जान चली गई।