बिहार में 10 फीसदी आयुष्मान कार्डधारियों ने भी इलाज नहीं कराया है। राज्य में लगभग 84 लाख आयुष्मान कार्ड बने हैं। जबकि, अब तक मात्र सात लाख 40 हजार लोगों ने ही आयुष्मान योजना का लाभ लिया है। यानी, महज 8.8 फीसदी कार्डधारियों ने ही इलाज कराया। वहीं, प्रदेश में आयुष्मान की पात्रता रखने वालों की संख्या लगभग साढ़े 5 करोड़ है। इस हिसाब से योग्य लाभार्थियों का 15 फीसदी ही कार्ड बना है। सबसे अधिक चार लाख तीन हजार आयुष्मान कार्ड मुजफ्फरपुर में बने हैं।
वहीं, समस्तीपुर में तीन लाख 85 हजार, वैशाली में तीन लाख 80 हजार, रोहतास में तीन लाख 80 हजार, बेगूसराय में तीन लाख 74 हजार और पटना में तीन लाख 71 हजार कार्ड बनाए गए हैं। अगर इलाज की बात करें तो सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में 63,230, वैशाली व पटना में 40-40 हजार, दरभंगा में 30 हजार, बेगूसराय में 36 हजार लोगों ने लाभ उठाया है। इस आयुष्मान योजना की शुरुआत वित्तीय वर्ष 2018-19 में हुई थी। गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों को पांच लाख तक निशुल्क इलाज की सुविधा है।
एमपी में सबसे अधिक कार्ड बने, बिहार 11वें स्थान पर
राज्य कार्ड बने
मध्यप्रदेश 3. 70
उत्तरप्रदेश 3. 08
छत्तीसगढ़ 2. 64
गुजरात 1.84
असम 1. 63
कर्नाटक 1.39
राज्य कार्ड बने
झारखंड 1. 15
राजस्थान 1.11
महाराष्ट्र 0.98
हरियाणा 0.86
बिहार 0.84
(संख्या करोड़ में)