Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

राम मंदिर का निमंत्रण मिलने के बाद भी नहीं मिलेगा प्रवेश, करना होगा ये काम, पढ़े पूरी रिपोर्ट

ByKumar Aditya

जनवरी 19, 2024
GridArt 20240119 154015776 scaled

22 जनवरी को अयोध्या में बने राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसे लेकर हर तरफ उत्सव का माहौल है। लेकिन इस बीच अयोध्या की सुरक्षा भी बड़ा मुद्दा है। ऐसे माहौल में अयोध्या की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष पास बनाया जा रहा है। बिना एंट्री कार्ड दिखाए किसी को भी कार्यक्रम में प्रवेश नहीं मिलेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा इसकी जानकारी दी गई है। इस पास पर आंगतुक की जानकारियां होंगी, जिसकी जांच के बाद ही उन्हें एंट्री मिल सकेगी। ऐसे में अगर आप भी अयोध्या जाने की तैयारी में हैं तो पहले यहां जाने के लिए बनने वाले पास को लेकर जानकारी जरूर ले लें।

राम मंदिर में प्रवेश के लिए बनेगा एंट्री कार्ड

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा एक्स पर किए गए एक पोस्ट में बताया गया है कि ‘प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी’। आगे लिखा गया है कि ‘भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका (एंट्री कार्ड) के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।’ इसके साथ ही एक्स पर किए गए पोस्ट में एंट्री कार्ड का एक प्रारूप भी लगाया गया है।

कैसा होगा राम मंदिर का एंट्री कार्ड

एंट्री कार्ड के प्रारूप में आंगतुक की कई जानकारियां अंकित होंगी। इसके साथ ही एक क्यू्आर कोड भी होगा, जिससे आंगतुक की जानकारियों का मिलान किया जाएगा। इस पर राम मंदिर में आने वाले व्यक्ति का नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, कैटेगरी और ब्लॉक भी लिखा होगा। राम मंदिर आने वाले व्यक्ति के लिए जारीकर्ता का हस्ताक्षर होना अनिवार्य होगा। इस पर एक फोटो भी लगाई जाएगी, जिससे उस व्यक्ति की पहचान हो सकेगी। वहीं इस एंट्री पास के ऊपर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र भी लिखा हुआ होगा।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading