10 साल भी की है नौकरी, तो मिलेगी इतने हजार की पेंशन
रिटायरमेंट के बाद पेंशन का खर्च सोच कर अगर आप परेशान हो रहे हैं, 60 की उम्र में गुजारा कैसे होगा यह ख्याल आपके मन में आ रहा है, तो यह खबर आपके लिए ही है. क्या आपको पता है कि अगर आपने किसी कंपनी में 10 साल भी काम किया है, तो आपको वहां से रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलेगी. हम यहां ईपीएफो की ओर से चलाई जाने वाली ईपीएस पेंशन की बात कर रहे हैं, जिसके तहत आपको मंथली एक फिक्स पेंशन मिलेगी. आइए जानते हैं इस स्कीम की पूरी डिटेल. इस स्कीम के जरिए आपको पेंशन कब से मिलेगी, कितनी मिलेगी और इसकी एलिजिबिलटी क्या है सबकुछ समझते हैं.
कर्मचारी पेंशन स्कीम (EPS)
कर्मचारी पेंशन स्कीम को ईपीएफओ ने 16 नवंबर 1995 को जारी किया था, जिसके तहत आर्गेनाइस सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों को मंथली पेंशन देने की योजना बनाई गई. इस स्कीम के तहत कर्मचारी जितने दिन काम करता है उस हिसाब से पेंशन तय की जाती है. आइए समझते हैं कि अगर आपने 10 सालों तक किसी कंपनी में काम किया है और वहां पर आपका पीएफ जमा हुआ है, तो आपको मंथली कितनी पेंशन मिलेगी.
ईपीएस के लिए एलिजिबिलिटी
ईपीएस यानी कर्मचारी पेंशन स्कीम का लाभ आपको तभी मिलेगा जब आपने कम से कम किसी आर्गनाइस सेक्टर में काम किया हो और इस स्कीम के तहत आपको कम से कम 1000 रुपये की मंथली पेंशन मिलेगी. हालांकि, मिनिमम पेंशन की रकम को 7,500 रुपये प्रति माह दिए जाने की मांग काफी दिनों से चल रही है. इसके अलावा इस स्कीम का लाभ 58 साल की उम्र के बाद ही मिलेगा और सबसे जरूरी बात है कि कर्मचारी का पीएफ अकाउंट होना चाहिए, जिसमें नौकरी के दौरान उसने पैसे जमा किए हों.
ईपीएफ सदस्य अपने मूल वेतन का 12% ईपीएफओ द्वारा पीएफ में योगदान करते हैं, इतना ही कंपनी भी जमा करती है. वहीं, कंपनी की ओर से जमा की राशि को दो भागों में बाटा जाता है, जिसमें 8.33 फीसदी ईपीएस में जाता है और 3.67 फीसदी पीएफ में जाता है.
इतनी मिलेगी पेंशन
ईपीएस के तहत कर्मचारियों को पेंशन उनके काम किए गए समय के आधार पर और उसकी सैलरी के हिसाब से तय होती है. हम यहां आपको 10 साल तक काम करने वाले ऐसे कर्मचारी की पेंशन का कैलकुलेशन बताएंगे, जिसकी मंथली तनख्वाह 15 हजार रुपये रही हो.
मंथली पेंशन= ( पेंशनेबल सैलरी X पेंशनेबल सर्विस)/ 70
पेंशनेबल सैलरी= आपके आखिरी 60 महीनों की सैलरी का औसत
इसी फार्मेूले के जरिए कर्मचारी की पेंशन तय की जाती है. आइए अब हम इसे उदाहरण के जरिए समझते हैं.
अगर आपने 10 सालों तक किसी कंपनी में काम किया है और आपकी पेंशनेबल सैलरी 15,000 रुपये है, तो आपको 2,143 रुपये की मंथली सैलरी मिलेगी, जिसकी शुरुआत 58 साल की उम्र से होगी.
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