अगर आपको यह बताया जाए कि इस स्कूल में कभी देश के पहले उप प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, वित्त मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के छठे मुख्य न्यायाधीश तक पढ़ाई कर चुके हैं, तो आपके मन में एक शानदार स्कूल की आकृति उभर जाएगी. हालांकि, जब आप इस स्कूल की वर्तमान स्थिति को देखेंगे, तो आपको सहज विश्वास नहीं होगा.
दरअसल,आरा के गोला मोहल्ला में भुवनेश्वरी मध्य विद्यालय है. यहां आज कक्षा एक से लेकर आठ तक में मात्र 48 विद्यार्थी का ही नामांकन है. इसमें से भी बहुत कम बच्चे ही रेगुलर पढ़ने आते हैं. विद्यालय का हाल ऐसा है कि यहां एक भी कमरा नहीं है, न ही बेंच और डेस्क है. जो बच्चे पढ़ने आते हैं, वह भी करकट के बने एक कमरे में जमीन पर बैठते हैं. उस जगह पर कोई बोर्ड भी नहीं है.
140 साल पुराना है स्कूल
गोला मोहल्ला में भुवनेश्वर मध्य विद्यालय की स्थापना साल 1887 में हुई थी. इसे सरकारी स्वीकृति 1970 में मिली. यहां अभी मात्र तीन शिक्षक पदस्थापित हैं. मोहल्ले के लोगों ने बताया कि 1970-80 के जमाने में यह शहर का सबसे अच्छा स्कूल हुआ करता था. यहां जल्दी किसी का एडमिशन नहीं हो पाता था. लेकिन आज विद्यालय का हाल ऐसा है कि कोई भी अभिभावक इस विद्यालय में अपने बच्चे का नामांकन कराना नहीं चाहता है. विद्यालय का दुर्भाग्य रहा कि लगभग 25 साल से यह जर्जर स्थिति में है. इसकी सुधि किसी ने नहीं ली. वार्ड पार्षद, पूर्व वार्ड पार्षद और मोहल्ले वासियों ने राशि इकट्ठा कर जीणोद्धार की तैयारी शुरू की है.
इसलिए नहीं हो रहा स्कूल का निर्माण
पूर्व वार्ड पार्षद अमित बंटी ने बताया कि यह स्कूल एक ट्रस्ट की जमीन पर है. इस वजह से बिहार सरकार अपनी राशि खर्च कर यहां भवन नहीं बना रही है . लेकिन ट्रस्ट के लोग इस जमीन को सरकार को देना चाहते हैं, ताकि ऐतिहासिक विद्यालय का जीर्णोद्धार हो सके. जिला शिक्षा पदाधिकारी अहसन को तो जानकारी भी नहीं है कि उनके कार्य क्षेत्र में ऐसा विद्यालय भी है, जहां उप प्रधानमंत्री भी पढ़ा करते थे. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के लोगों से बात कर बिहार सरकार के नाम से जमीन रजिस्ट्री करा कर उसपर भवन बनाया जाएगा.