बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा लंबा खींचता जा रहा है. पिछले दो चरण के शिक्षक बहाली परीक्षा में बीपीएससी ने जो रिकॉर्ड बनाया वैसी स्थिति तीसरे चरण में नहीं दिख रही. तीसरे चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया अब और लंबी हो गई है. बिहार लोक सेवा आयोग ने 5 अप्रैल को तीसरे चरण के शिक्षक बहाली परीक्षा के तहत आयोजित होने वाली माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के तहत संचालित होने वाले विद्यालयों के अध्यापक पद के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया है।
इससे पहले प्राथमिक और मध्य के लिए आयोजित की गई 15 मार्च की परीक्षा को पेपर लीक के कारण रद्द करना पड़ गया है. बीपीएससी ने पिछले दो चरण की शिक्षक बहाली में वैकेंसी के नोटिफिकेशन के बाद 2 महीने से कम समय में परीक्षा से लेकर जॉइनिंग तक की प्रक्रिया पूरी करा दी. लेकिन अब तय हो गया है कि तीसरे चरण की परीक्षा नोटिफिकेशन के बाद 2 महीने से अधिक समय तक परीक्षा का इंतजार करेगा. परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों का इंतजार अब और लंबा हो गया है।
गौरतलब है कि तीसरे चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया में 15 मार्च को आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया. जांच के क्रम में यह बातें सामने निकल कर आई है कि शिक्षा माफियाओं का प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों के साथ सांठ-गांठ ही पेपर लीक का प्रमुख वजह है. 5 अप्रैल को आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए आयोग अब कोलकाता के उसे प्रिंटिंग प्रेस को क्वेश्चन प्रिंट की जिम्मेदारी नहीं देना चाहता जहां से 15 मार्च के परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हुआ है. आयोग के सचिव रवि भूषण ने सभी जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर 5 अप्रैल की परीक्षा को स्थगित किए जाने की सूचना प्रेषित की है।