विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सत्र के दौरान डेनमार्क, यूएई, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और सिंगापुर के अपने समकक्षों के साथ कई उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बैठकें कीं। इस दौरान भारत और इन देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर जोर दिया गया।
एक्स हैंडल पर अपने एक पोस्ट में एस. जयशंकर ने कहा, “आज यूएनजीए के 79 वें सत्र के दौरान डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन से मिलकर खुशी हुई। जयशंकर ने यूएई के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री मकतूम बिन मोहम्मद अल मकतूम से भी चर्चा की, उन्होंने कहा, “अपने प्रिय मित्र से मिलकर हमेशा खुशी होती है”। तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री रसित मेरेडो के साथ अपनी बैठक में जयशंकर ने तुर्कमेनिस्तान को उसके राष्ट्रीय दिवस पर बधाई दी और संबंधों को और मजबूत करने के लिए रास्ते तलाशे।
उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियार सैदोव के साथ उनकी बातचीत में द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति पर प्रकाश डाला गया, जिसमें जयशंकर ने क्षेत्रीय मामलों में सैदोव की सराहना की। जयशंकर ने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की और कहा, “सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ बातचीत काफी अच्छा रहा।”
बता दें कि विदेश मंत्री जयशंकर इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं, वे यूएनजीए बैठक के दौरान कई प्रतिनिधियों और राजनयिकों से मुलाकात की, जिनमें नीदरलैंड के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप, उत्तरी मैसेडोनिया के विदेश मंत्री टिमको मुकुंस्की, कजाकिस्तान के विदेश मंत्री नूर्टलू, मोरक्को के विदेश मंत्री नासिर बोरीता, बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू और स्विस फेडरल काउंसिलर इग्नाजियो कैसिस सहित कई अन्य शामिल हैं।