Paris Olympics 2024: ओलंपिक में पदक जीतना हर खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है। कई बार पदक जीतने के बाद खिलाड़ी सेलिब्रेशन में काफी ज्यादा उत्साहित नजर आते हैं। मोल्दोवा के जूडो खिलाड़ी आदिल उस्मानोव (Adil Osmanov) ने भी कुछ ऐसा ही किया, लेकिन उनका ये सेलिब्रेशन ज्यादा देर तक नहीं चल सका। इस सेलिब्रेशन के दौरान उन्होंने अपना कंधा चोटिल कर लिया था।
खुशी में नहीं रहा दर्द का एहसास
इटली के मैनुअल लोम्बार्डो (Manuel Lombardo) को हराने के बाद वो बहुत तेजी से तेजी से उछाले और घुटने पर बैठ गए। इस दौरान उनके कंधा डिस्लोकेट हो गया। तुरंत उन्होंने अपने दूसरे हाथ से अपने कंधे को संभालने की कोशिश की। हालांकि इसके बाद उन्हें मेडिकल केयर दी गई। मेडिकल केयर के बाद वो मेडल सेरेमनी में शामिल हो पाए। उन्होंने और जापान के सोइची हाशिमोटो ने जूडो 73 किग्रा में कांस्य पदक जीता है। अजरबैजान के हिदायत हेयारोव ने गोल्ड और फ्रांस के जोन-बेंजामिन गाबा ने सिल्वर मेडल जीता।
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अपनी इंजरी को लेकर उन्होंने कही ये बात
मैच के बाद आदिल ने बताया था कि उन्हें पेरिस ओलंपिक से पहले डॉक्टर्स ने कंधे की सर्जरी कराने की सलाह दी गई थी। वो इस मैच के दौरान भी दिक्कत महसूस कर रहे थे। अपनी चोट को लेकर उन्होंने कहा, ‘ये मेरे लिए मुश्किल था। वार्म अप के दौरान भी मुझे अच्छा नहीं लग रहा था। लेकिन पहले भी मैच भी इंजरी से जूझते हुए मेडल हासिल कर चुका हूं। मेरे पास पीछे हटने का कोई विकल्प ही नहीं था।
पिता को समर्पित किया पदक
अपने पिता को पदक समर्पित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता ओलंपिक में जगह बनाना चाहते थे, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वो ऐसा नहीं कर सके। इसके बाद उन्होंने मेरे लिए यही सपना देखा था। मेरी जीत के बाद आज मेरे पिता का भी सपना पूरा हो गया है।’
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