हम सभी लोगों ने छोटे-छोटे स्टार्टअप को बड़ा होते हुए देखा है… लेकिन उसके पीछे की कड़ी मेहनत के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे. आज हम आपको एक ऐसे स्टार्टअप की सक्सेस स्टोरी के बारे में बताते हैं, जो आज करोड़ों की कंपनी बन गई है. ऑनलाइन ऐप ड्रीम 11 (Dream11) के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे. आज हम आपको ड्रीम 11 के फाउंडर और CEO हर्ष जैन की कहानी के बारे में बताते हैं कि उन्होंने कैसे इस सफर की शुरुआत की।
आज इस ऐप के बारे में देश के बच्चे से लेकर बड़े तक हर कोई जानता है. इस ऐप पर फैंटेसी क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल सहित तमाम गेम में डील किया जा सकता है, लेकिन इसकी सफलता की राह बहुत आसान नहीं थी. ड्रीम 11 के पीछे दो दोस्तों का हाथ है. हर्ष जैन ने अपने दोस्त भावित सेठ के साथ मिलकर ड्रीम 11 की शुरुआत की थी।
फंडिग के लिए हुए काफी परेशान
शुरुआत में इस कंपनी को फंडिग के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. हर्ष ने बताया कि 2012 के बाद उन्होंने कंपनी को फंड दिलाने के लिए 2 साल में करीब डेढ़ सौ वेंचर कैपिटलिस्ट से संपर्क किया, लेकिन किसी ने भी उनके आइडिया को पसंद नहीं किया. तमाम मुश्किलों और असफलताओं के बाद हर्ष और भावित की कंपनी को बड़ी सफलता उस वक्त मिली, जब उन्हें साल 2020 आईपीएल की स्पांसरशिप राइट मिले।
2008 में की थी शुरु
जब 2008 में पहली बार ipl शुरू हुआ, तो हर्ष और उनके कॉलेज के फ्रेंड भावित सेठ को ड्रीम 11 शुरू करने का विचार आया. 2008 में, उन्होंने स्पोर्टा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के तहत अपने दोस्त भावित सेठ के साथ ड्रीम 11 की स्थापना की. दोनों को शुरुआत में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. ड्रीम11 के दिन लेकिन आखिरकार सफलता हासिल की
65,000 करोड़ से ज्यादा की है कंपनी
आज ड्रीम 11 की कीमत 65,000 करोड़ (8 बिलियन डॉलर) से ज्यादा है और इसके 150 मिलियन से ज्यादा एक्टिव यूजर हैं. फिलहाल इस समय यह प्लेटफ़ॉर्म क्रिकेट से आगे बढ़ गया है और अब फुटबॉल, बास्केटबॉल और कबड्डी समेत कई खेलों के लिए गेम की सुविधा दे रहा है. सितंबर 2022 तक कंपनी में करीब 800 से भी ज्यादा कर्मचारियों का स्टाफ था. इस स्टार्टअप ने वित्त वर्ष 2022 में 3841 करोड़ का रेवेन्यू कमाया है. हर्ष जैन को सबसे कम उम्र में बनने वाले सेल्फ मेड बिलेनियर के रूप में भी जाना जाता है।
कैसे कंपनी को मिली सफलता
>> साल 2012 में ड्रीम 11 ने क्रिकेट लवर्स के लिए फैंन्टसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म की सुविधा दी.
>> साल 2014 में इस स्टार्टअप प्लेटफॉर्म पर 1 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स थे.
>> साल 2016 तक कंपनी के पास 2 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर थे. साल 2018 तक ये यूजर बढ़कर 45 मिलियन हो गए थे.
>> अप्रैल 2019 में ये स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन गया.
>> साल 2020 में IPL के लिए कंपनी को टाइटल स्पॉन्सरशिप का अधिकार मिल गया.
>> वित्त वर्ष 2020 में रेवेन्यू 2,120 करोड़ था जो 2021 में बढ़कर 2,706 करोड़ हो गया.
>> कंपनी ने वित्त वर्ष 2020 में 181 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 21 में 329 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.