शिक्षा विभाग के आदेश पर दरभंगा जिला में 3 जनवरी से चयनित बीपीएससी शिक्षक का बायोमेट्रिक सत्यापन हो रहा है, उसी क्रम में 10 जनवरी को बहेड़ी प्रखंड अंतर्गत चयनित विद्यालय अध्यापक का बायोमेट्रिक सत्यापन किया गया, जिसमें एक फर्जी शिक्षक पकड़ा गया. इसके बाद मौके पर तैनात प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी शिवशंकर कुमार ने लहेरियासराय थाना को लिखित आवेदन देते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।
दरभंगा में पकड़ा गया फर्जी शिक्षक
बताया जाता है कि शिक्षक देवेन्द्र कुमार महतो मध्य विद्यालय खरारी के बहेड़ी में अध्यापक के रूप में कार्यरत थे. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी शिवशंकर कुमार ने आवेदन के माध्यम से बताया है कि बहेड़ी प्रखंड अंतर्गत चयनित विद्यालय अध्यापक के बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान फर्जी शिक्षक देवेन्द्र कुमार महतो पकड़ा गया है. इनका आधार संख्या – 621103530364, BPSC ROLL क्रमांक – 221192, टीचर आईडी – BPDAR2317107691 का बायोमेट्रिक मिलान नहीं हुआ और ना ही फोटो का मिलान हुआ।
बायोमेट्रिक सत्यापन में खुला राज
पूछताछ के क्रम में अभ्यर्थी ने स्वीकार किया कि उनके साथ आये एक अन्य व्यक्ति जिनका नाम नविन कुमार है, वो फर्जी अध्यापक देवेन्द्र कुमार महतो के जगह पर परीक्षा में बैठे थे. वही उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि जिसे नवीन कुमार ने भी लिखित रूप से स्वीकार किया है की वो देवेन्द्र कुमार, पिता रामवतार महतो के जगह पर परीक्षा में बैठे थे. बायोमेट्रिक सत्यापन के क्रम में यह भी पाया गया कि नवीन कुमार ही परीक्षा में बैठा था. उसकी फोटो का भी मिलान हो गया है।
प्रिंसिपल ने की मामले की पुष्टि
प्रधानध्यापक के द्वारा भी यह स्वीकार किया गया है कि बायोमेट्रिक मिलान के दौरान जिस व्यक्ति का फोटो का मिलान हुआ है, वह व्यक्ति विद्यालय में कार्यरत नहीं था. साथ ही फर्जी शिक्षक और उनके सहयोगी के पास से तीन लाख उनचालीस हजार रुपये पाए गए हैं।
बहेड़ी में विद्यालय अध्यापक का बायोमेट्रिक सत्यापन चल रहा था, उसी दौरान एक फर्जी शिक्षक और उसका सहयोगी पकड़ा गया, जिसने अभ्यर्थी की जगह पर परीक्षा दी थी. उसके पास से तीन लाख रुपया भी मिला है. दोनों के पुलिस को हवाले कर दिया गया है”- शिवशंकर कुमार, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी