KK पाठक के चक्रव्यूह में फर्जी गुरूजी : थंब वेरिफिकेशन के लिए हाथ धोने गये मास्टर साहब 5 दिन बाद भी वापस नहीं लौटे,जानें वजह..
बिहार लोक सेवा आयोग(BPSC)के लाख सतर्कता और सावधानी के बावजूद शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में फर्जीवाड़ा करके कुछ अभ्यर्थी शिक्षक बन गये हैं,पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के चक्रव्यूह में ये फर्जी शिक्षक फंसते नजर आ रहे हैं और बिना कोई सुचना दिये नौकरी छोड़कर फरार हो रहे हैं.शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों को भगोड़ा घोषित करके कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
दरअसल शिक्षा विभाग ने बीपीएससी द्वारा नव नियुक्त सभी शिक्षकों का थंब वेरिफिकेशन कराने का निर्देश दिया है.इस निर्देश के बाद राज्यभर में प्रखंड स्तर पर नवनियुक्त शिक्षकों का थंब वेरिफिकेशन हो रहा है.थंब वेरिफिकेशन के साथ ही फोटो का भी मिलान हो रहा है.इस वेरिफिकेशन में कई शिक्षकों का फोटो नहीं मिल रहा है तो कई का थंब नहीं मिल रहा है.थंब मिलान नहीं होने पर संबंधित शिक्षकों से सख्ती से पुछताछ की जा रही है जिसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है.इस थंब से बचने के लिए कई शिक्षक बिना किसी सूचना के फरार हो गये हैं,पर शिक्षा विभाग इन शिक्षकों को ऐसे ही छोड़ने के मूड में नहीं है.अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी डीएम और डीईओ को निर्देश दिया है कि भगोड़ा घोषित हुए शिक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाय।
मिली जानकारी के अनुसार राज्य के 50 से ज्यादा शिक्षक भगोड़ा साबित हो चुकें हैं.वैशाली जिले में तीन शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है.वहीं मुजफ्फरपुर में अजबोगरीब मामला सामने आया है.यहां के मुरौल के एक शिक्षक 4 जनवरी को अपने प्रधानाध्यापक के साथ थंब वेरिफिकेशन के लिए आये थे.इस दौरान उनका न तो फोटो मिला और न ही थंब का मिलान हो पाया.मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने संबंधित शिक्षक को हाथ धोकर आने को कहा.हाथ धोने के लिए निकले शिक्षक 5 दिन बाद भी लौट कर नहीं आये हैं.वहीं इसकी सूचना मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कार्रवाई की बात कही है।
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