जमुई की सिकंदरा थाना पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को अरेस्ट किया है। पुलिस अधिकारी बनने के लिए युवक ने एक शख्स को दो लाख रुपए दिए थे और उसके बदले वर्दी और नकली पिस्टल लेकर ट्रेनी आईपीएस अधिकारी बन गया था। युवक ट्रेनी आईपीएस अधिकारी बनकर बाइक से घूम रहा था, तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा।
दरअसल, सिकंदरा थाना की पुलिस ने जिला परिषद आवास के पास शुक्रवार की सुबह एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। खैरा निवासी मनोज कुमार को दो लाख रुपए देकर युवक फर्जी ट्रेनी आईपीएस अधिकारी बन गया था। दो लाख रुपए देने के बाद मनोज ने युवक को पिस्टल और आईपीएस अधिकारी की वर्दी दे दिया था।
शुक्रवार की सुबह जब सिकंदरा थाना की पुलिस सिकंदरा चौक के पास गस्ती कर रही थी, तभी बाइक पर घूम रहे आईपीएस अधिकारी पर पुलिस की नजर पड़ी। पुलिस ने जब उसे रोककर पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई। युवक की पहचान लखीसराय के हलसी थाना अंतर्गत गोवर्धन बीघा धीरा गांव निवासी भागलु मांझी के 18 वर्षीय बेटे मिथिलेश मांझी के रुप में हुई है।
पूछताछ में फर्जी IPS अधिकारी मिथलेश मांझी ने बताया कि आईपीएस बनने के लिए उसने खैरा निवासी मनोज सिंह को दो लाख रुपए दिए थे। 4 सितंबर को उसीने आईपीएस की वर्दी जूता और पिस्टल सहित अन्य सामान भी दिया था। पूरे मामले पर सिकंदरा थाना अध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह ने बताया कि फर्जी आईपीएस बनकर घूम रहे एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। इसके पास से नकली पिस्तौल जब्त हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।