छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर के समीप ग्राम पौड़ी में एक नाबालिग लडक़ी सडक़ के किनारे रो रही थी। उसे कभी घबराई हुई देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। महिला स्टाफ के साथ पहुंचकर पुलिस ने उक्त पीडि़ता का मेडिकल चेकअप कराया और उसके परिजनों को सूचना दी। महिला पुलिस अधिकारी को पूछताछ में पीडि़ता ने बताया कि वह घर में किसी बात से नाराज होकर निकल गई थी और कटनी की ओर जाने वाली ट्रेन में बैठ गई थी।
रास्ते में एक व्यक्ति मिला जिसने अपने आप को फकीर बताया। उसने उसे बेलगहना में उतार लिया और अपने साथ घर ले गया। घर में उसके परिवार के लोग भी थे। अगले दिन वह पीडि़ता को अपने साथ लेकर निकला। उसे जंगल की ओर ले गया जहां उसके साथ आरोपी फकीर ने दुष्कर्म किया। जब नाबालिग रोने लगी तो उसे जंगल में ही छोडक़र भाग गया।
रोटी भी लगता किसी तरह नाबालिग सडक़ किनारे पहुंची। पुलिस ने खोजबीन के बाद आरोपी फकीर मोमिद शा गोपाल खडिय़ा को बेलगहना में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट और आईपीसी 363, 377 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। कोर्ट ने उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।